नई दिल्ली/पटना: दिल्ली हाईकोर्ट ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के जीवन पर कोई फिल्म या डॉक्यूमेंट्री बनाने पर रोक लगाने की मांग खारिज कर दिया है. जस्टिस संजीव नरुला ने सुशांत सिंह राजपूत के पिता कृष्ण किशोर सिंह की याचिका खारिज कर दिया है. कोर्ट ने इस मामले में पिछले 2 जून को सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था.
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'फिल्म का सुशांत के जीवन से कोई संबंध नहीं'
सुनवाई के दौरान फिल्म शशांक के निर्माता की ओर से वकील एपी सिंह ने कहा था कि फिल्म का सुशांत सिंह राजपूत के जीवन से कोई संबंध नहीं है. पिछले 22 अप्रैल को फिल्म शशांक के निर्माता ने कोर्ट में अपना जवाब दाखिल किया था. फिल्म के निर्माता शशांक की ओर से कहा गया था कि ऐसी फिल्में बननी चाहिए.
'दिल्ली हाईकोर्ट को सुनवाई का क्षेत्राधिकार नहीं'
एपी सिंह ने कहा था कि फिल्म के नाम और पात्रों के नाम सुशांत सिंह राजपूत और उनके परिवार के सदस्यों से मिलते-जुलते नहीं हैं. उन्होंने कहा था कि दिल्ली हाईकोर्ट को इस मामले में सुनवाई का क्षेत्राधिकार नहीं है, क्योंकि सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े सभी मामले मुंबई में चल रहे हैं. परिवार की छवि को ध्यान में रखे बिना नाम कमाना चाहते हैं.
इस फैसले पर जाएंगे सुप्रीम कोर्ट- सुशांत के पिता
ईटीवी भारत पटना के ब्यूरो चीफ अमित भेलारी ने मामले को लेकर सुशांत सिंह राजपूत के पिता के के सिंह बातचीत की. केके सिंह ने कहा कि उन्हें इस मामले पर पूरी जानकारी तो नहीं है, ऐसे कैसे हो सकता है. इस मामले को लेकर वह सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.
सुशांत के पिता की याचिका पर सुनवाई
पिछले 20 अप्रैल को हाईकोर्ट ने सुशांत सिंह राजपूत के पिता के के सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए फिल्म निर्माता सरला ए सरावगी को नोटिस जारी किया था. सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से वकील विकास सिंह ने कहा था कि सुशांत सिंह राजपूत के जीवन पर कुछ लोग फिल्म, बायोपिक या डॉक्यूमेंट्री बना रहे हैं. फिल्म बायोपिक या डॉक्यूमेंट्री बनाने वाले लोग सुशांत सिंह राजपूत के परिवार की छवि को ध्यान में रखे बिना अपना नाम कमाना चाहते हैं.
बनाई जा रही हैं कई फिल्में और बायोपिक
याचिका में कहा गया था कि एक बात का पता चला है कि "न्याय", "द जस्टिस", "सुसाइड या मर्डर- ए स्टार वाज लॉस्ट" और " शशांक" नाम की फिल्में बायोपिक और डॉक्यूमेंट्री बनाई जा रही है. याचिका में इस बात की आशंका जताई गई थी कि सुशांत सिंह राजपूत की जीवनी से संबंधित कई कहीं और अनकही बातों के आधार पर कहानियां , वेब सीरीज और फिल्में बनाई जा सकती हैं. कुछ लोग सुशांत सिंह राजपूत के निजी जीवन पर आधारित फिल्में या वेब सीरीज बना सकते हैं. इससे उनके परिवार के निजता के अधिकार का हनन होगा.
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मुआवजे की मांग की गई थी
याचिका में कहा गया था कि किसी सेलिब्रिटी को भी अपना निजी जीवन जीने का हक है. इसके अलावा सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने कहा था की उनके जीवन की सारी तस्वीरें और वाक्यों पर उनके परिवार का कॉपीराइट है. फिल्म या वेब सीरीज निर्माता इस कॉपीराइट का उल्लंघन करेंगे. याचिका में सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने फिल्म या डॉक्यूमेंट्री बनाने वाले लोगों से दो करोड़ से ज्यादा की रकम का जुर्माना वसूल करने की मांग की है.