पटना : बिहार में भी मैट्रिक और इंटर की परीक्षा की तारीख में परिवर्तन हो सकता है. फरवरी में दोनों परीक्षाओं का आयोजन होना है लेकिन बिहार सरकार केंद्र सरकार के उस फैसले का इंतजार कर रही है, जिसमें सीबीएसई परीक्षाओं के आयोजन की तारीख आगे बढ़ाने की घोषणा हो सकती है. इसके साथ ही बिहार में ट्रांसफर का इंतजार कर रहे नियोजित शिक्षकों के सॉफ्टवेयर को भी अगले एक-दो दिनों में हरी झंडी मिल सकती है.
शिक्षा विभाग सूत्रों से मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक बिहार में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा की तारीख बढ़ सकती है. केंद्र सरकार पहले ही यह स्पष्ट कर चुकी है कि फरवरी-मार्च में सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं नहीं होंगी. कोविड-19 के चलते बच्चों की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई है. इसे देखते हुए सीबीएसई की परीक्षाएं फरवरी-मार्च की बजाय किसी और महीने में आयोजित होगी और इसे लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक 31 दिसंबर को घोषणा कर सकते हैं.
बिहार सरकार के शिक्षा विभाग को भी केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की इस घोषणा का इंतजार है. इसके बाद बिहार में भी कोविड-19 की वजह से फरवरी-मार्च में आयोजित होने वाली मैट्रिक और इंटर परीक्षा की तारीख में परिवर्तन हो सकता है.
सॉफ्टवेयर को मिलेगी हरी झंडी
एक और बड़ी खबर आ रही है, जिसके मुताबिक नियोजित शिक्षकों को बहुत जल्द अपने मनपसंद जिले में ट्रांसफर के लिए आवेदन देने का मौका मिल सकता है. इसके बारे में मंगलवार को ही आखिरी फैसला हो सकता है.
जून तक का समय
शिक्षा विभाग के मुताबिक सॉफ्टवेयर तैयार हो चुका है और इसे एक प्रेजेंटेशन के बाद हरी झंडी मिलने की संभावना है, जिसके बाद शिक्षक आवेदन कर पाएंगे. उन्हें आवेदन के लिए तीन चॉइस भी मिलेंगी. हालांकि, ट्रांसफर की प्रक्रिया जून से पहले पूरी होने की कोई संभावना नहीं है.
आपको बता दें कि सेवा शर्त नियमावली के मुताबिक महिलाओं और दिव्यांग शिक्षकों को एक बार अंतर जिला अंतर नियोजन इकाई ट्रांसफर का मौका मिलेगा, जबकि पुरुष शिक्षकों को म्यूच्यूअल ट्रांसफर का मौका मिलेगा.