पटना: बिहार में पिछले महीने 1 अक्टूबर को केंद्रीय चयन पर्षद के द्वारा सिपाही भर्ती परीक्षा ली गयी थी. इस परीक्षा का प्रश्न पत्र कथित रूप से लीक हो गया था. जिसके बाद आर्थिक अपराध इकाई ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था. कई इलेक्टॉनिक्स उपकरण भी बरामद किए गए थे. बिहार के विभिन्न जिलों में 70 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई थी. अब आर्थिक अपराध इकाई ने इस मामले में सोशल मीडिया पर एक्टिव ग्रुप पर एफआईआर दर्ज की है.
आर्थिक अपराध इकाई कर रही जांचः सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने बड़ी कार्रवाई की है. आर्थिक अपराध इकाई ने इस नयी FIR में आधा दर्जन से अधिक सोशल मीडिया इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप के संचालक और अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया है. लगातार आर्थिक अपराध इकाई इसकी जांच करती नजर आ रही है. आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने कहा था कि जो कोई भी हो इस मामले में संलिप्त होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा.
परीक्षा रद्द कर दी गयी थी: बता दें कि 1 अक्टूबर 7 अक्टूबर और 15 अक्टूबर को केंद्रीय चयन पर्षद के द्वारा सिपाही भर्ती परीक्षा की होनी थी. 1 अक्टूबर को परीक्षा से 2 घंटे पहले ही सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र वायरल होने लगा था. परीक्षा में नकल करते कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था. जिसके बाद केंद्रीय चयन पर्षद ने इस परीक्षा को रद्द कर दिया था. साथ ही साथ 7 और 15 अक्टूबर को होनी वाली परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया था. इसके बाद मामले ने काफी तूल पकड़ा था. विपक्ष सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहा था.
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