पटना: राज्य के अधिकांश नक्सल प्रभावित जिलों में नक्सल एक्टिविटी घटी है. मुख्यमंत्री द्वारा जो नक्सल आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास योजना चलाई जा रही है उसके तहत लगातार नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं. पुलिस मुख्यालय में आज शुक्रवार को एडीजी जे एस गंगवार ने प्रेस कांफ्रेंस यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में कुल 4 बड़े नक्सलियों ने समर्पण किया है.
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"जब से यह अभियान चला है आज तक कुल 100 नक्सलियों ने आत्मसर्पण कर मुख्यधारा में आने का प्रयास किया है. इस योजना के तहत बड़े नक्सली को 5 लाख रुपए और छोटे नक्सली को ढाई लाख रुपए दिए जाते हैं. साथ ही भरण पोषण के लिए 6 हजार मासिक भत्ता भी दिया जाता है"- जे एस गंगवार, एडीजी मुख्यालय
कैदी वाहन से भागे अपराधी की तलाशः एडीजी ने राज्य में शराब माफिया के खिलाफ की गयी कार्रवाई के बारे में भी जानकारी दी. मद्य निषेध विभाग द्वारा की गई कार्रवाई का ब्योरा देते हुए कहा कि मई में बिहार में 5 जगहों पर बड़े कंटेनर पकड़े गये थे. इन कंटेनरों से 1लाख लीटर से ज्यादा शराब की बरामदगी हुई थी. गंगवार ने पटना में कैदी वाहन से फरार तीन अपराधियों को लेकर भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कैदी वाहन से भागे अपराधियों की खोज की जा रही है. इसको लेकर पुलिस टीम गठित की गई है. जल्द ही इनलोगों की गिरफ्तारी होगी.
मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन: जे एस गंगवार ने कहा कि अपराधी पर नकेल लगाने के लिए पुलिस अलर्ट है. उन्होंने कहा कि पुलिस हथियारों की तस्करी पर नजर बनाये हुए है. पुलिस मिनी गन फैक्ट्री पर भी नजर रख रही है. इस बार पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. नवगछिया में एक बड़ी मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन कर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि आगे भी ऐसी कार्रवाई होती रहेगी.