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कोरोना से निपटने में सरकार पूरी तरह विफल, 12 मई को CPIM मनाएगी राजव्यापी मांग दिवस - मांग दिवस

कोरोना के भयावह स्थिति को देखते हुए कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि सरकार कोरोना से निपटने में विफल साबित हो रही है.

 कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी
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Published : May 10, 2021, 9:24 PM IST

पटना: बिहार में दिन-प्रतिदिन कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. बिहार में अभी स्थिति भयावह हो गई है. कोरोना संक्रमित मरीजों को लेकर लोग इधर-उधर भटक रहे हैं. अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी अभी भी है. भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार कोरोना से निपटने में पूरी तरह से विफल रही है.

इसे भी पढ़ें: पटना में कोरोना संक्रमण के रफ्तार पर लगी ब्रेक, मरीजों की संख्या में आयी कमी

राज्य और केंद्र सरकार जिम्मेदार
बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था के नाम पर झूठी खबरें लोगों तक पहुंचाई जा रही है. राज्य सचिव अवधेश कुमार ने बताया कि अब शहरों से लेकर गांव तक संक्रमण फैल चुका है. सरकार की तरफ से संक्रमण को रोकने और स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. आज इस तरीके से संक्रमण बढ़ रहा है इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार जिम्मेवार है. अवधेश कुमार ने कहा कि आगामी 12 मई को मांग दिवस के रूप में मनाएंगे. इसके साथ ही पार्टी के सभी नेता कार्यकर्ता लॉकडाउन और कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए अपने-अपने घरों पार्टी मुख्यालयों पर खड़े होकर प्रदर्शन करेंगे.

ये भी पढ़ें: पटनाः ESIC अस्पताल में सोमवार से होगी 500 बेड की क्षमता, सेना के डॉक्टर संभालेंगे मोर्चा

अनाज वितरण करने की मांग
राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि उनकी मांग है कि सरकार पूरे देश में सामूहिक नि:शुल्क टीकाकरण तुरंत प्रारंभ कराएं. आयकर नहीं देने वाले सभी परिवारों को 7500 रुपये दिया जाए. केंद्रीय गोदाम में पड़े हुए करोड़ों टन अनाजों को जरूरतमंदों के बीच वितरित किया जाए. राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और दवा की व्यवस्था की जाए. निजी अस्पताल में कोरोना वायरस के इलाज का खर्च राज्य सरकार वहन करें. स्वास्थ्य विभाग में रिक्त पदों को तुरंत बहाली की जाए. केरल मॉडल के तर्ज पर स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त किया जाए और केरल की तरह ही बिहार में भी बिजली समेत अन्य वसूली पर तत्काल रोक लगाई जाए.

पटना: बिहार में दिन-प्रतिदिन कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. बिहार में अभी स्थिति भयावह हो गई है. कोरोना संक्रमित मरीजों को लेकर लोग इधर-उधर भटक रहे हैं. अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी अभी भी है. भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार कोरोना से निपटने में पूरी तरह से विफल रही है.

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राज्य और केंद्र सरकार जिम्मेदार
बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था के नाम पर झूठी खबरें लोगों तक पहुंचाई जा रही है. राज्य सचिव अवधेश कुमार ने बताया कि अब शहरों से लेकर गांव तक संक्रमण फैल चुका है. सरकार की तरफ से संक्रमण को रोकने और स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. आज इस तरीके से संक्रमण बढ़ रहा है इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार जिम्मेवार है. अवधेश कुमार ने कहा कि आगामी 12 मई को मांग दिवस के रूप में मनाएंगे. इसके साथ ही पार्टी के सभी नेता कार्यकर्ता लॉकडाउन और कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए अपने-अपने घरों पार्टी मुख्यालयों पर खड़े होकर प्रदर्शन करेंगे.

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अनाज वितरण करने की मांग
राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि उनकी मांग है कि सरकार पूरे देश में सामूहिक नि:शुल्क टीकाकरण तुरंत प्रारंभ कराएं. आयकर नहीं देने वाले सभी परिवारों को 7500 रुपये दिया जाए. केंद्रीय गोदाम में पड़े हुए करोड़ों टन अनाजों को जरूरतमंदों के बीच वितरित किया जाए. राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और दवा की व्यवस्था की जाए. निजी अस्पताल में कोरोना वायरस के इलाज का खर्च राज्य सरकार वहन करें. स्वास्थ्य विभाग में रिक्त पदों को तुरंत बहाली की जाए. केरल मॉडल के तर्ज पर स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त किया जाए और केरल की तरह ही बिहार में भी बिजली समेत अन्य वसूली पर तत्काल रोक लगाई जाए.

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