पटनाः बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है. महागठबंधन में पिछले दिनों सीट शेयरिंग और नेतृत्व को लेकर अनबन देखने को मिली. पहले हम पार्टी ने महागठबंधन से नाता तोड़ा और अब उपेंद्र कुशवाहा ने भी गठबंधन से किनारा कर लिया है. सीपीआई के राज्य सचिव ने इसपर कहा कि महागठबंधन कमजोर नहीं हुई है और इसके नेतृत्व पर सवाल उठाना बेतुका है.
'एनडीए के खिलाफ थे कुशवाहा'
रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन के नेतृत्व को बदलने की बात कही है. इसके बाद से ही उनके एनडीए में शामिल होने के कयास तेज हो गए हैं. इसपर सीपीआई नेता रामनरेश पांडे ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा कल तक एनडीए के खिलाफ थे और हमें उम्मीद है कि आगे भी रहेंगे.
'नेतृत्व पर सवाल उठाना बेवकूफी'
रामनरेश पांडे ने कहा कि राजद महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है और उसका फैसला ही अंतिम फैसला होगा. उन्होंने कहा कि जो लोग महागठबंधन में रहकर नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं वह बेवकूफी कर रहे हैं. सीपीआई नेता ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा एनडीए छोड़कर ही महागठबंधन में शामिल हुए थे.
मांझी का महागठबंधन पर वार
बता दें कि हम प्रमुख जीतन राम मांझी भी महागठबंधन के नेतृत्व के सही नहीं होने की बात कह चुके हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी स्वाभिमान वाला व्यक्ति महागठबंधन में नहीं रह सकता. वहीं उपेंद्र कुशवाहा के भाजपा नेताओं से मिलने की बात सामने आ रही है.