पटना: दिल्ली में जारी किसान आंदोलन के समर्थन में लगातार देश भर में आंदोलन चल रहा है. बिहार में किसान आंदोलन को तेज करने के लिए भाकपा माले ने फिर से नई रणनीति बनाई है. वह अपने विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगी. भाकपा माले राज्य सचिव कुणाल ने बताया कि किसान विरोधी काले कानून के खिलाफ शुरुआती दिनों से ही भाकपा माले आंदोलन कर रही है और किसानों के साथ खड़ी है.
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माले का एक और जत्था जल्द दिल्ली के लिए होगा रवाना
कॉमरेड कुणाल ने कहा कि शुरुआती दिनों से ही भाकपा माले के नेता और विधायक दिल्ली में कैंप कर रहे हैं. जल्द ही एक जत्था फिर से दिल्ली के लिए रवाना होगा और किसान आंदोलन में शामिल होकर मजबूती प्रदान करेगा. उन्होंने बताया कि शनिवार को राष्ट्रव्यापी चक्का जाम का कॉल किया गया था. इसके तहत सभी जिला और प्रखंड में चक्का जाम किया गया.
8 फरवरी को शिक्षा रोजगार यात्रा निकालेगी माले
माले नेता ने कहा 8 फरवरी से छात्र विंग द्वारा शिक्षा रोजगार यात्रा निकाली जाएगी. वहीं, 23 फरवरी को सहजानंद सरस्वती के जन्म दिवस पर किसान दिवस मनाया जाएगा. इस अवसर पर एक बड़े कन्वेंशन का आयोजन किया जाएगा. जिसमें पार्टी के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य में शामिल होंगे. कुणाल ने कहा कि कारपोरेट कब्जे से खेती किसानी को बचाने के लिए सभी जिलों में कन्वेंशन का आयोजन किया जाएगा. वहीं, आगामी 26 फरवरी को रसोइया संगठनों का प्रदर्शन होगा. जबकि 19 लाख रोजगार के मसले को लेकर 1 मार्च को छात्र संगठन द्वारा विधानसभा मार्च निकाला जाएगा और सदन के भीतर माले विधायक सरकार से सवाल करेंगे.
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3 मार्च को अखिल भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा आयोजित
वहीं, 3 मार्च को अखिल भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा और मनरेगा मजदूर सभा का प्रदर्शन होगा. 5 मार्च को स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं प्रदर्शन करेगी और 16 और 17 मार्च को आशा कर्मियों द्वारा महाधरना दिया जाएगा. वहीं, राज्य सचिव कुणाल ने अभी बताया कि जल्द ही फिर से गांव-गांव जाकर किसान चौपाल का आयोजन किया जाएगा और किसानों को जागरूक करने का कार्य किया जाएगा.