पटना: बिहार में कोरोना की दूसरी लहर (Corona Second Wave) में संक्रमण से हुई मौत के आंकड़े (Death Numbers) संदेह के घेरे में रहे हैं. पटना हाईकोर्ट (Patna High Court) ने भी सरकारी आंकड़ों पर सवाल खड़े करते हुए सही रिपोर्ट पेश करने को कहा था. जिसके बाद महज एक दिन में कोरोना से हुई मौतों के आंकड़ों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली थी. सरकारी रिपोर्ट में अचनाक इतने बड़े इजाफे ने कई सवाल खड़े कर दिये.
वहीं, विपक्ष (Opposition) को सरकार (Government) को घेरने का एक और मौका मिल गया. विपक्ष लगातार बिहार सरकार (Bihar Government) पर झूठे आंकड़े पेश करने के आरोप लगाने लगी. इसी कड़ी में भाकपा माले (CPI ML) ने सरकार पर झूठा होने का आरोप लगाया है.
झूठे आंकड़े पेश कर रही सरकार
भाकपा माले ने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कोरोना से हुई मौत के झूठे आंकड़े पेश कर रही है. सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिये और मुआवजा देने से बचने के लिए यह कर रही है. माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि भाकपा माले ने यह तय किया है कि जो सच्चा आंकड़ा होगा, वह माले सबके सामने पेश करेगी.
'कोरोना काल में काफी संख्या में लोगों की मौत हुई है. लेकिन सरकार मौत के आंकड़ों के साथ खेल कर रही है. हमने तय किया है कि आने वाले एक हफ्ते के अंदर ही हम पूरे बिहार में कोरोना से हुई मौत के सही आंकड़े को सामने लाएंगे. सबसे पहले हमारे पार्टी के 12 विधायक के विधानसभा क्षेत्रों के आंकड़ा सामने लाए जाएंगे. फिर पूरे बिहार का. भले थोड़ा अधिक समय लग जाए, लेकिन सच्चा आंकड़ा जरूर लोगों के सामने आएगा'.- कुणाल, राज्य सचिव, भाकपा माले
दरौली में कोरोना से 138 मौत
वहीं, उन्होंने कहा कि सिवान के दरौली विधानसभा क्षेत्र के एक ब्लॉक में करीब 138 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी. लेकिन सरकारी आंकड़े में केवल 3 लोगों की ही मौत दर्ज है. उन्होंने बताया कि भाकपा माले ने एक परफॉर्मा तैयार किया है. जिन व्यक्तियों की मौत कोरोना से हुई है उनका नाम, पता और उनके बीमारी के लक्षण क्या थे. इसकी भी पता लगायी जा रही है. क्योंकि कई लोगों में कोरोना के लक्षण तो थे, लेकिन उचित इलाज नहीं होने के कारण की मृत्यु हो गई.
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मुआवजा दिलाने को लेकर होगा आंदोलन
कुणाल ने कहा कि कई ऐसे भी अन्य बीमारी से ग्रसित लोग थे जो लॉकडाउन और कोरोना काल में अस्पताल नहीं जा सके. सही समय पर इलाज नहीं मिलने पर उनकी मृत्यु हो गई. इसका भी जवाब सरकार को देना होगा. उन्होंने बताया कि पार्टी जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेगी. कोरोना से जिन लोगों की मौत हुई है, उन्हें मुआवजा दिलाने को लेकर आंदोलन किया जाएगा.
नए रिपोर्ट में 3951 मौत अधिक दर्ज
बता दें कि सरकार की ओर से पटना हाइकोर्ट में पेश किये गये रिपोर्ट में अचानक 3951 मौत अलग से दर्ज कराई गई. एक दिन में सरकारी डाटा ( Covid Death Data) में मौतों का आंकड़ा जो 5424 था, वह एकाएक बढ़कर 9375 हो गया.
पटना में कोविड प्रोटोकॉल के तहत जले थे 3250 शव
मामूल हो कि बीते 3 महीनों में पटना के तीन प्रमुख श्मशान घाटों में ही 3250 डेड बॉडी कोरोना प्रोटोकॉल (Covid-19 Protocol) के तहत जलाई गई थीं. जबकि पटना में कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा महज 2307 दर्ज है.