पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण ने अब विस्फोटक रूप अपना लिया है. आए दिन हजारों की संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं. राजधानी पटना के सभी अस्पताल लगभग फुल हो चुके हैं. सरकारी हो या प्राइवेट कहीं भी बेड नहीं है. कहीं अगर बेड है तो ऑक्सीजन की समस्या है. भाकपा-माले ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर मांग की है कि सभी प्राइवेट अस्पतालों में आवश्यक संसाधन सरकार उपलब्ध कराए.
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"जो भी कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में हो रहा है, उसका भी खर्च सरकार वहन करें. कोरोना की दूसरा लहर बेहद भयावह है. मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. समय पर ऑक्सीजन अथवा वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं होने के कारण पूरे राज्य में हाहाकार मचा हुआ है. सभी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है. जिस वजह से वेंटिलेटर और अन्य सुविधाएं कम पड़ रही है. कई अस्पतालों ने बताया कि उन्होंने जिला प्रशासन से कई बार वेंटिलेटर उपलब्ध कराने का आग्रह किया लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है. ऐसे में हम सरकार से मांग करते हैं कि सरकार सभी निजी अस्पतालों को, जो कोविड-19 जो का इलाज कर रहे हैं, उनके लिए वेंटिलेटर व अन्य जरूरी संसाधन को उपलब्ध कराएं"- कुणाल, राज्य सचिव, भाकपा-माले
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इलाज का खर्च वहन करे सरकार
भाकपा-माले सचिव ने बताया कि जो मरीज वहां इलाज करा रहे हैं, उनके खर्च की पूरी व्यवस्था सरकार खुद करें. ताकि मरीजों पर कोई अतिरिक्त दबाव ना बने. क्योंकि अभी ऐसा देखा जा रहा है कि पैसे के अभाव में कोविड संक्रमित मरीजों का इलाज बीच में ही रोक दिया जा रहा है. इसलिए सरकार इस मामले पर ध्यान दें और जल्द कोई उचित कदम उठाए.