पटना: बिहार सरकार (Bihar Government) के 19 लाख रोजगार (Employment) के वादे को फेल होता देख सीपीआई एमएल (CPI-ML) के विधायकों ने गुरुवार को रोजगार को लेकर बैठक की और युवाओं की समस्याओं को सुना. पटना के छज्जु बाग स्थित कार्यालय में युवाओं ने रोजगार से संबंधित समस्याओं को बताया.
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विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने युवाओं को 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन सरकार वादे पर खरी नहीं उतरी. जिसे लेकर पटना के छज्जू बाग सीपीआई माले के कार्यालय में पालीगंज के विधायक संदीप सौरभ और भोजपुर जिले के अगिआंव के विधायक मनोज मंजिल ने युवाओं की समस्याओं को सुना और साफ तौर पर कहा कि इन सभी समस्याओं को लेकर हम लोग निकट भविष्य में सरकार को जगाने का काम करेंगे और उग्र आंदोलन भी करेंगे.
''सरकार ने चुनाव से पहले 19 लाख रोजगार देने का दावा किया था, लेकिन युवा सड़क पर भटक रहे हैं. बहुत सारी वैकेंसी आती है, लेकिन सिर्फ और सिर्फ परीक्षा तक ही सीमित रह जाती है. उसकी नियुक्तियां नहीं हो पाती है.''- संदीप सौरभ, विधायक, सीपीआई एमएल
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सीपीआईएमएल पालीगंज के युवा विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि पिछली बार विधानसभा सत्र में सवाल भी उठाया गया था, लेकिन अब युवाओं को एकत्रित कर आंदोलन किया जाएगा. सरकार को जगाने का काम किया जाएगा.
वहीं, फिजिकल टीचर अपनी समस्या को लेकर पहुंचे मोनू कुमार ने बताया कि हम लोग कई वर्षों से अपनी नियुक्ति के आश्वासन में हैं. बिहार सरकार ने नियुक्ति नहीं दी, हम लोग परीक्षा पास कर चुके हैं और अब बेरोजगार होकर सड़कों पर नाटक रहे हैं.
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बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान बेरोजगारी (Unemployment) एक बड़ा मुद्दा बना था. राजद के 10 लाख सरकारी नौकरी के जवाब में बीजेपी ने 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था. सरकार बनने के बाद नीतीश कैबिनेट ने 20 लाख रोजगार सृजन पर मुहर भी लगा दी थी, लेकिन बेरोजगारी लगातार बढ़ती ही जा रही है.