पटना: कोरोना वायरस को लेकर के बिहार का स्वास्थ्य महकमा पूरी सजगता बनाए हुए है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि नेपाल से सटे बिहार के 7 जिलों में विशेष निगरानी बरती जा रही है. 49 जगहों पर लोगों की स्क्रिनिंग कर रहे हैं. ताकि कोई भी व्यक्ति अगर नेपाल से संक्रमित होकर आए तो उसे तुरंत डिटेक्ट किया जाए.
संजय कुमार ने कहा कि घबराने की बात नहीं बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अब तक बिहार में कोरोना के कुल 48 संदिग्धों के सैंपल की जांच कराई गई है. जिसमें सभी निगेटिव पाए गए हैं. पहले पुणे और कोलकाता रिसर्च सेंटर में जांच कराई जा रही थी. लेकिन अब पटना के आरएमआरआई में कोरोना वायरस की जांच होगी.
ईरान से आए 14 यात्रियों को रखा गया है सर्विलांस पर
प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि अब कोरोना वायरस सैंपल की जांच के लिए पटना के आरएमआरआई में ही सारी व्यवस्था हो गई है. पहले सैंपल की जांच के लिए पुणे और कोलकाता रिसर्च सेंटर भेजा जा रहा था. 2 दिन पहले ईरान से 14 यात्री बिहार आए हैं जिन्हें सर्विलांस पर रखा गया है. इनमें से 13 यात्रियों को घर पर ही अकेले कमरे में रहने की हिदायत दी गई है. स्वास्थ्य विभाग ने पटना और गया एयरपोर्ट पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश जारी किया है. इसके अलावा नेपाल से सटे बिहार के 7 जिलों में विशेष निगरानी बरती जा रही है.
'हाथों की सफाई पर रखें विशेष ध्यान'
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सभी लोग सतर्क रहें और खास तौर पर अपने हाथों की सफाई पर विशेष ध्यान रखें. इससे वायरस को फैलने से काफी हद तक रोका जा सकता है. किसी भी व्यक्ति को अगर सांस लेने में तकलीफ या सिरदर्द और तेज बुखार जैसी समस्या हो, तो वह नजदीक के सरकारी अस्पताल में जाकर अवश्य अपनी जांच कराएं. इसके लिए सभी सरकारी अस्पतालों में सारी व्यवस्था मुफ्त में की गई है.कोरोना वायरस के मामले पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
बता दें कि मंगलवार की शाम को केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गवा के साथ बिहार सरकार के मुख्य सचिव और स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव ने कोरोना वायरस के मामले पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बिहार में किए गए सारे इंतजाम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई.