पटना: पटना के कोविड हॉस्पिटल एनएमसीएच की कुव्यवस्था और लाचार सिस्टम को लेकर बीते दिनों कई वायरल वीडियो सामने आए. इसके बाद खुद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इसका दौरा किया और सब कुछ ठीक-ठाक होने का दावा किया. लेकिन अस्पताल की स्थिति अब भी जस की तस बनी हुई है. हॉस्पिटल में कई जगह कोरोना मरीजों का डेड बॉडी है. लेकिन कोई उठाने वाला नहीं है. लाशों के बीच मरीजों का इलाज चल रहा है.
ऑक्सीजन और बेड की किल्लत
एनएमसीएच में भर्ती एक मरीज ने कहा कि इस हॉस्पिटल के कोरोना वार्ड में बिजली नहीं है. जिससे मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है. वहीं मरीज के परिजन ने कहा कि 24 घंटे अस्पताल कर्मियों से गुहार लगा रहे हैं. लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. हद तो तब हो गई जब अस्पताल के कॉरिडोर में एक कोरोना मरीज फर्श पर लेटा रहा और अस्पताल कर्मी आस-पास से गुजरते रहें. जमीन पर ही उसे ऑक्सिजन सिलेंडर दे दिया गया.
फर्स पर पड़े हैं शव
एनएमसीएच की बदहाली की तस्वीर एक बार फिर रविवार के शाम को सामने आई है. जिसमें एनएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में कई कोरोना मरीजों का शव पड़ा हुआ है. एनएमसीएच का जो वायरल वीडियो है. उसमें साफ दिख रहा है कि एक कोरोना मरीज का शव बेड के नीचे पड़ा हुआ है. वहीं बगल में स्ट्रेचर पर एक डेड बॉडी रखा हुआ है. जबकि उसी वार्ड में कई कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है. वहीं, दूसरी तस्वीर में एक कोरोना मरीज अस्पताल के कॉरिडोर के बीचोबीच पड़ा है और उसकी कोई सुध नहीं ले रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री ने किया था दौरा
एनएमसीएच की बदहाल स्थिति की तस्वीरें आने के दो दिन पहले 23 जुलाई को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने एनएमसीएच का दौरा किया था और सब कुछ ठीक ठाक होने का दावा भी किया था. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री के दौरे के दो दिन बाद हीं बदहाली का वायरल वीडियो एनएमसीएच से फिर आने लगा है, जबकि कुछ दिनों पहले इन्हीं वजहों से सरकार ने एनएमसीएच के अधीक्षक को भी बदल दिया था. लेकिन अभी भी एनएमसीएच के हालात जस के तस है.
सारे दावे हो रहे है फेल
दरअसल, लगातार लापरवाही के लिए सुर्खियों में बना नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने स्वास्थ्य मंत्री के दावों को गलत साबित कर दिया है. यहां मरीजों को इलाज के लिए बेड नहीं मिल रही है. जबकि, सरकार की ओर से कोरोना काल में बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं. लेकिन अस्पताल प्रशासन की लापरवाही चरम सीमा पर है.