पटना: बिहार में पथ निर्माण विभाग की कई बड़ी परियोजनाओं पर काम चल रहा है. कई परियोजना अपने लक्ष्य से काफी पीछे भी है. पिछले साल भी कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन का असर पथ निर्माण विभाग की कई योजनाओं पर पड़ा था. वहीं इस साल भी कोरोना का असर दिखने लगा है.
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कोरोना का असर
एनएच की 15 हजार करोड़ की योजना जो इस साल शुरू होने वाली है, उस पर भी कोरोना का असर पड़ना तय है. काफी संख्या में अभियंता, कर्मचारी और साइट पर काम करने वाले लोग कोरोना संक्रमित हो गए हैं. कुछ की मौत भी हो गई है. इन सबका असर काम पर पड़ा है. परियोजनाओं पर धीमी रफ्तार से काम हो रहा है. और कई स्थानों पर तो काम रुके हुए भी हैं. वहीं पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन का कहना है कि लगातार समीक्षा बैठक की जा रही है. और बहुत ज्यादा असर ना पड़े इसकी कोशिश भी की जा रही है. लेकिन नितिन नवीन का कहना है कि अगर लॉकडाउन लंबा खींचा तो निश्चित रूप से असर पड़ेगा.
अधर में कई योजना
बिहार में इस साल 650 किलोमीटर से अधिक एनएच की योजना को अवार्ड किया गया है, इस पर काम शुरू होना है. इन योजनाओं पर 15,000 करोड़ से अधिक की राशि खर्च होगी और 30,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा. लेकिन कोरोना का असर अब इन योजनाओं के कार्य पर पड़ रहा है. कई योजना लंबे समय से अटकी हुई थी. वित्तीय वर्ष में योजनाओं को स्वीकृति मिल गई थी लेकिन अब एक बार फिर से कोरोना का असर पड़ता दिख रहा है.
'बिहार में इस साल 797 किलोमीटर एनएच का टेंडर भी होना है लेकिन कोरोना का इस पर भी असर पड़ना शुरू हो गया है. जमीन का अधिग्रहण कार्य पूरा हो गया तो हम लोग कोशिश करेंगे कि इस साल जिन योजनाओं का टेंडर करना है उसे जारी किया जाए.'- चंदन वत्स, क्षेत्रीय अधिकारी, एनएचएआई
काफी विलंब से चल रहे काम
बिहार सरकार की ओर से भी कई बड़ी परियोजनाओं पर पथ निर्माण काम कर रहा है. पटना के गंगा किनारे बन रहे गंगा पथ का एक भाग जुलाई में शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन योजना पहले से ही काफी विलंब से चल रही है. अब कोरोना के कारण और विलंब होना तय माना जा रहा है. वहीं बिदुपुर कच्ची दरगाह गंगा नदी पर बन रहे छह लेन पुल के निर्माण कार्य पर भी कोरोना का असर पड़ने लगा है.
इसी तरह ताजपुर बख्तियारपुर पिछले 10 सालों से बन रहा है. अब कोरोना के कारण इस योजना का और विलम होना तय है. पटना में कारगिल चौक से एनआईटी तक डबल डेकर एलिवेटेड रोड का निर्माण होना है. हाल में यह खुदा बख्श लाइब्रेरी के कारण विवाद में भी आ गया था लेकिन अब इस योजना पर भी कोरोना का असर पड़ना तय है. पटना सहित बिहार में पथ निर्माण विभाग की कई योजना पर काम हो रहा है.लेकिन अब कोरोना का असर इन सब पर होने लगा है.
'कोरोना के कारण एक तो केवल 33% कार्य बल से ही काम हो रहा है. साथ ही मजदूरों की समस्या है. विभाग के कई इंजीनियर और कर्मचारी के साथ साइट पर काम करने वाले लोग कोरोना पॉजिटिव भी हैं. इन सब का असर तो पड़ रहा है लेकिन हम लोग लगातार समीक्षा कर रहे हैं और बड़ी योजनाओं पर कोई असर न पड़े इसका प्रयास कर रहे हैं.'- नितिन नवीन, मंत्री, पथ निर्माण विभाग
'लॉकडाउन लंबा खींचा तो असर भी अधिक होगा'
पथ निर्माण विभाग के लिए जून तक अधिक से अधिक है काम करने का समय होता है. लेकिन उसके बाद फिर बरसात का समय आने से बहुत ज्यादा काम नहीं हो पाता है. लॉकडाउन के कारण जो बड़े ब्रिज बन रहे हैं उसके लिए सामान बाहर से मंगाना पड़ता है, तो उसका भी असर पड़ रहा है.
'अगर लॉकडाउन लंबा खींचा तो असर अधिक होगा यह तय है. लेकिन हम लोगों की कोशिश जरूर है कि जो योजनाएं दो 3 महीने में पूरा होने वाली है उस पर खास असर ना पड़े. हम योजनाओं को लेकर प्रतिदिन 2 घंटे समीक्षा कर रहे हैं.'- नितिन नवीन, मंत्री, पथ निर्माण विभाग
'लॉकडाउन के बाद ही होगी स्थिति सामान्य'
पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार कई बड़े प्रोजेक्ट जिस पर काम शुरू होना था कोरोना के कारण अधूरा ही रह गया. ऐसे में जमीन अधिग्रहण से लेकर हर चीज पर कोरोनाकाल का असर पड़ रहा है और अब लॉकडाउन हटने के बाद ही स्थिति सामान्य हो पाएगी.