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'ओमीक्रोन के फैलने की रफ्तार तेज लेकिन खतरनाक नहीं', एक क्लिक में डॉक्टर से जानें सब कुछ - etv bharat bihar news

पटना आईजीआईएमएस में ओमीक्रोन के 27 केस (Omicron In IGIMS Patna) मिलने के बाद लोगों में डर का माहौल पैदा हो गया. इसे लेकर संस्थान के अधीक्षक ने जरुरी जानकारियां दी हैं. उन्होंने कहा कि यह उतना खतरनाक नहीं है, जितना इसके बारे में बताया जा रहा है.

Corona New Variant Omicron Impact
Corona New Variant Omicron Impact
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Published : Jan 9, 2022, 10:26 PM IST

Updated : Jan 9, 2022, 10:34 PM IST

पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमण (Corona Infection In Bihar) के नए वैरिएंट ओमीक्रोन का खतरा काफी बढ़ गया है. रविवार को आईजीआईएमएस में 27 संक्रमित (25 Omicon Cases Found In IGIMS Patna) मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमा जहां अलर्ट मोड में आ गया है, वहीं आम लोगों में इसे लेकर कई तरह के डर पैदा हो गए हैं. इन सबके बीच आईजीआईएमएस के अधीक्षक मनीष मंडल ने ओमीक्रोन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी ईटीवी भारत से साझा की है.

इसे भी पढ़ें- दरभंगा में चलाया गया मास्क चेकिंग अभियान, कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई

संस्थान अधीक्षक ने बताया कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन को लेकर दहशत में आने की जरुरत नहीं है. यह वायरस साधारण फ्लू की तरह बिहेव करता है. खास बात ये कि इसका संक्रमण का असर गले तक ही रहता है. फेफड़े तक नहीं पहुंच पाता है.

ओमीक्रोन कितना खतरनाक?

मनीष मंडल ने कहा कि इसके संक्रमण की रफ्तार भले ही तेज हो लेकिन लंग्स तक प्रभाव नहीं पहुंचना राहत की बात है. यह वायरल डिजीज है और इसका इलाज सिर्फ एन्टी एलर्जी दवा से किया जाता है. लोगों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि संक्रमण की स्थिति में लोग ज्यादा से ज्यादा गर्म पानी का उपयोग करें. गर्म दूध पिएं और गर्म खाद्य पदार्थ ही खाएं.

इसे भी पढ़ें-Bihar Corona Update: बीते 24 घंटे में मिले 5 हजार से अधिक संक्रमित, 27 ओमीक्रोन केस भी शामिल

मनीष मंडल ने कहा कि संक्रमण से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहना होगा. हर हाल में लोगों को मास्क का प्रयोग करना चाहिए. साथ ही समय-समय पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए. जिन्हें भी सर्दी खांसी या बुखार है, वो जांच करवाएं और अपने परिवार के सदस्यों की भी जांच करवाएं.

बता दें कि रविवार को पटना आईजीआईएमएस स्थित लैब में 32 सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट में 25 लोग संक्रमित पाए गए हैं. बता दें कि लैब में की गई यह पहली जांच है, जिसमें 85 फीसदी मरीजों के सैंपल जांच में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. इसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है.

इसे भी पढ़ें- सावधान रहें! पटना में फिर से भरने लगे हैं अस्पतालों के बेड, इतने Covid मरीज हो चुके हैं भर्ती

आईजीआईएमएस अधीक्षक के मुताबिक पहले 32 सैंपल में 27 सैंपल ओमीक्रोन के पाए गए हैं. यह कुल सैंपल का 85 फीसदी है. चार सैंपल डेल्डा वैरिएंट के हैं, जबकि एक सैंपल किसी दूसरे वैरिएंट का है. यानी कि बिहार में जितने भी संक्रमण के मामले अभी आ रहे हैं, वे ओमीक्रोन के ही हैं.

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पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमण (Corona Infection In Bihar) के नए वैरिएंट ओमीक्रोन का खतरा काफी बढ़ गया है. रविवार को आईजीआईएमएस में 27 संक्रमित (25 Omicon Cases Found In IGIMS Patna) मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमा जहां अलर्ट मोड में आ गया है, वहीं आम लोगों में इसे लेकर कई तरह के डर पैदा हो गए हैं. इन सबके बीच आईजीआईएमएस के अधीक्षक मनीष मंडल ने ओमीक्रोन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी ईटीवी भारत से साझा की है.

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संस्थान अधीक्षक ने बताया कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन को लेकर दहशत में आने की जरुरत नहीं है. यह वायरस साधारण फ्लू की तरह बिहेव करता है. खास बात ये कि इसका संक्रमण का असर गले तक ही रहता है. फेफड़े तक नहीं पहुंच पाता है.

ओमीक्रोन कितना खतरनाक?

मनीष मंडल ने कहा कि इसके संक्रमण की रफ्तार भले ही तेज हो लेकिन लंग्स तक प्रभाव नहीं पहुंचना राहत की बात है. यह वायरल डिजीज है और इसका इलाज सिर्फ एन्टी एलर्जी दवा से किया जाता है. लोगों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि संक्रमण की स्थिति में लोग ज्यादा से ज्यादा गर्म पानी का उपयोग करें. गर्म दूध पिएं और गर्म खाद्य पदार्थ ही खाएं.

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मनीष मंडल ने कहा कि संक्रमण से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहना होगा. हर हाल में लोगों को मास्क का प्रयोग करना चाहिए. साथ ही समय-समय पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए. जिन्हें भी सर्दी खांसी या बुखार है, वो जांच करवाएं और अपने परिवार के सदस्यों की भी जांच करवाएं.

बता दें कि रविवार को पटना आईजीआईएमएस स्थित लैब में 32 सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट में 25 लोग संक्रमित पाए गए हैं. बता दें कि लैब में की गई यह पहली जांच है, जिसमें 85 फीसदी मरीजों के सैंपल जांच में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. इसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है.

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आईजीआईएमएस अधीक्षक के मुताबिक पहले 32 सैंपल में 27 सैंपल ओमीक्रोन के पाए गए हैं. यह कुल सैंपल का 85 फीसदी है. चार सैंपल डेल्डा वैरिएंट के हैं, जबकि एक सैंपल किसी दूसरे वैरिएंट का है. यानी कि बिहार में जितने भी संक्रमण के मामले अभी आ रहे हैं, वे ओमीक्रोन के ही हैं.

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Last Updated : Jan 9, 2022, 10:34 PM IST
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