पटना: बिहार में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बीच राज्य सरकार ने सभी निजी क्षेत्र के अस्पताल, नर्सिग होम, क्लीनिक, फार्मेसी और डायग्नोस्टिक सेंटरों को तत्काल सेवा प्रारंभ करने का निर्देश दिया है. निजी अस्पतालों में हुए अघोषित बंद से सामान्य मरीजों को काफी परेशानी हो रही थी, जिसे देखते हुए सरकार ने सभी निजी अस्पतालों से सख्ती से निपटने का फैसला करते हुए इन्हें 24 घंटे के अंदर खोलने के निर्देश दिए हैं.
इस बीच, बिहार सरकार ने लॉकडाउन के चलते प्रभावित लोगों को सहायता कराने के उद्देश्य से वैसे लोगों को भी तत्काल हजार रूपये की सहायता मुहैया कैराने का निर्णय लिया है, जिनके पास फिलहाल राशन कार्ड नही है. जीविका समूह के सर्वे के आधार पर सही पाये जाने वाले परिवारों को पहली सहायता राशि दी जायेगी.
'लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा'
बिहार के कृषि और पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि अन्य राज्यों से वापस लौटे बिहार के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि विभाग बायोटेक किसान हब योजना के तहत मखाना उत्पादन, मधुमक्खीपालन, टिशू कल्चर केला उत्पादन, बकरीपालन और मशरूम उत्पादन के माध्यम से लौटे लोगों को जीविकोपार्जन के लिए प्रेरित करेगा.
होमगार्ड जवान से बदसलूकी, DGP ने लिया संज्ञान
अररिया मामले में डीजीपी ने कहा कि जो भी हुआ बहुत गलत हुआ. अगर कोई वर्दीधारी कोई गलती करता है, तो हम उसके खिलाफ कार्रवाई करते हैं. ऐसे में अगर कोई बात थी, तो मुझे सूचना देनी चाहिए थी. जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पीड़ित होमगार्ड का जवान चौकीदार है. चौकीदार भी पुलिस का अंग होता है. हालांकि, किसी भी जवान को बेइज्जत करने का अधिकार किसी को नहीं है.
PDS डीलरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
लॉकडाउन के दौरान अनाज वितरण में गड़बड़ी करने वाले 144 पीडीएस संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं, 36 पीडीएस संचालकों के लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई भी की गई है.
कोरोना से लड़ने में NDRF भी जुटा
कोरोना वायरस के कारण सभी कामकाज ठप हैं. ऐसे में एनडीआरएफ ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है. बक्सर, नालंदा, सिवान, बेगूसराय, मुंगेर, गया, नवादा और राजधानी पटना में कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने में एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के बचावकर्मी राज्य और जिला प्रशासन साथ ही मेडिकल टीमों के साथ लगातार काम कर रही है.
नालंदा: ड्रोन से पूरे शहर की हो रही है निगरानी
बिहारशरीफ में सोमवार को कोरोना के 17 संक्रमित मामले सामने आए. जिसके बाद जिला प्रशासन पूरी तरह हरकत में आ गया है. पूरे बिहारशरीफ में सीलिंग का काम शुरू कर दिया गया है. साथ ही ड्रोन कैमरे से पूरे शहर के हर इलाके पर नजर रखी जा रही है.
छूट के बावजूद घरों से नहीं निकले मजदूर
पाटलिपुत्र के इंड्रस्टियल एरिया में लॉकडाउन का प्रभाव अभी भी देखने को मिल रहा है. कुछ फैक्ट्रियों ने सरकार से परमिशन लेकर अपना ताला खोलना तो चाहा लेकिन मजदूरों वहां नहीं पहुंचे. इस कारण फैक्ट्रियां बंद रहीं. शाम को फैक्ट्रियों में ताला लटकता मिला.
लॉकडाउन में छूट, पीतल उद्योग से जुड़े लोगों में खुशी
लॉकडाउन टू में सरकार की तरफ से दिए गए सीमित छूट के बाद कुछ उद्योग धंधों का काम शुरू हुआ है. इसके साथ ही राजधानी में पीतल के बर्तन बनाने का काम भी चालू हो गया है. इससे लॉकडाउन के कारण यहां फंसे हुए मजदूरों में उम्मीद की किरण जगी है. जिले के बिहटा प्रखण्ड के परेव गांव स्थित पीतल उद्योग नगरी में फैक्ट्रियों में काम शुरू होने से मजदूर खुश नजर आ रहे हैं.
गया: सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाई जा रही धज्जियां
प्रधानमंत्री के जन धन योजना के तहत खाताधारकों को राशि दी गई है. राशि निकालने को लेकर बोधगया के कई बैंक में सैकड़ों महिलाएं और पुरुष लंबी कतार में खड़े होकर अपनी-अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. इस दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं.
अब एक फोन पर घर पहुंच रहा पैसा
लॉकडाउन के दौरान लोगों को नकदी का संकट हो रहा है. इसे दूर करने के लिए डाकघर ने डोर-टू-डोर सर्विस चालू की. अब आपको पैसे की निकासी के लिए बैंक और डाकघर का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. एक फोन करते ही डाकघर के कर्मी आपके द्वार तक पहुंच रहे हैं. बीते सोमवार से इस सेवा का लाभ लोगों को मिलना शुरू हो गया है.
लॉकडाउन: बुलेट सेना घर के गेट तक पहुंचाती है राहत सामग्री
कोविड-19 को लेकर लागू लॉकडाउन के कारण गरीब लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इन गरीब लोगों की मदद के लिए जिला प्रशासन के साथ स्थानीय समाजसेवक संघ भी आगे आ रहे हैं. इसी कड़ी में जिले में गरीब लोगों के घर तक राशन पहुंचाने के लिए बुलेट सेना तत्पर है.