पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना काल में वॉरियर्स बनकर उभरे पुलिसकर्मी भी इसकी चपेट में आने लगे हैं. पुलिस मुख्यालय के अनुसार अब तक पूरे बिहार में कुल 666 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं. पुलिस मेंस एसोसिएशन और बिहार पुलिस एसोसिएशन ने पुलिस कर्मियों की सुरक्षा के लिए पुलिस मुख्यालय और बिहार सरकार से गुहार लगाई.
पुलिस मेंस एसोसिएशन और बिहार पुलिस एसोसिएशन ने मांग की थी कि पुलिस कर्मियों के लिए कोविड-19 के मद्देनजर अलग से अस्पताल बनाया जाए. साथ ही कोरोना ग्रसित कर्मियों को इलाज के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मियों के तरह ही हेल्थ बीमा कराई जाए. वहीं पुलिस एसोसिएशन ने अपनी मांगे नहीं मानने को लेकर मुख्यालय के समक्ष आंदोलन की बात कही थी. जिसके बाद पुलिस मुख्यालय ने एसोसिएशन से वार्ता करने का निर्णय लिया था.
बैठक कर लिया गया फैसला
पुलिस मुख्यालय पटेल भवन में एडीजी मुख्यालय के नेतृत्व में एसोसिएशन के प्रतिनिधि के साथ बैठक की गई. बैठक में कोरोना संक्रमित कर्मियों को इलाज और बीमा राशि देने की बात मान ली गई. इलाज के देखभाल के लिए मुख्यालय ने आईजी हेडक्वार्टर को नोडल ऑफिसर के रूप में नियुक्त किया है. साथ ही अलग से अस्पताल में इलाज के लिए आदेश जल्द ही निकाले जाने का आश्वासन एसोसिएशन को दिया गया.
अध्यक्ष ने दी जानकारी
पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह धीरज ने बताया कि बैठक सकारात्मक रही. पुलिस मुख्यालय ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान किसी भी पुलिसकर्मी को अगर कोई भी अस्पताल इलाज करने से मना करता है तो तुरंत आईडी हेड क्वार्टर नजर हसन से संपर्क करें. वह नजदीकी अस्पताल में संक्रमितों का इलाज करवाएंगे.
पुलिस मुख्यालय ने दिया आश्वासन
बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने बताया कि हमारी मांगों को पुलिस मुख्यालय ने सुना है और आश्वासन दिया है. जल्द बिहार के सभी जिले के एसपी और एसएसपी को निर्देश दिया जाएगा कि अगर किसी पुलिसकर्मी को इलाज से सम्बंधित शिकायत होती है तो उन्हें जल्द से जल्द नजदीकी अस्पताल में भेजें. साथ ही स्वास्थ्य विभाग से बातचीत करके एम्स के साथ-साथ सभी अस्पतालों में पुलिस कर्मियों के लिए अलग से आरक्षित बेड की व्यवस्था करेंगे.