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पर्यटन उद्योग पर कोरोना की मार, ETV भारत से बोले मंत्री- हालात को जल्द बेहतर करने का करेंगे प्रयास

पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि ने बताया कि बिहार में हर साल पर्यटकों की सख्या में वृद्धि हुई है. क्योंकि बिहार सरकार पर्यटकों को बेहतर सुविधा दे रही है. बिहार में 2019 में करीब 4 करोड़ पर्यटक आए थे. वहीं, उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर कहा कि जिस तरह देश में कोरोना पॉजटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उस हिसाब से बिहार में मरीजों की संख्या बहुत कम है.

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Published : May 6, 2020, 9:11 PM IST

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पटना : लॉकडाउन के कारण बिहार में भी काम-धंधा ठप है. अन्य क्षेत्र की तरह पर्यटन भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लगता नहीं है कि हालात बहुत जल्द सामान्य होने वाले हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में सूबे के पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि ने कहा कि सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया था, लेकिन कोरोना वायरस से पर्यटन के क्षेत्र में काफी बड़ा प्रभाव पड़ा है. हर साल विदेश से करीब 10 से 12 लाख पर्यटक बिहार आते थे. देश के लोग भी बड़ी तादाद में यहां घूमने आते थे.

'गरीब लोगों पर पड़ा लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर'
पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि ने कहा कि कोरोना के कारण देसी हो या विदेशी कोई भी पर्यटक फिलहाल कही नहीं जा रहा है. जिस वजह से पर्यटन पर काफी असर पड़ा है. उन्होंने कहा कि बिहार में लाखों लोग पर्यटन के कारोबार से जुड़े हैं. ऐसे में सबसे अधिक उन लोगों को दिक्कत हो रही है. बिहार में राजगीर, नालंदा, बोधगया और वैशाली पर्यटन का मुख्य केंद्र है. ये सभी ऐसे जगह है, जहां के लोग पर्यटक की वजह से ही अपनी रोजी-रोटी चलाते है. इसीलिए लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर उन गरीब लोगों पर पड़ा है.

देखें पूरी रिपोर्ट

'लॉकडाउन के बाद भी सरकार के सामने बहुत सारी चुनौतियां'
कृष्ण कुमार ऋषि ने बताया कि बिहारवासियों में बहुत हिम्मत है. जो इस लॉकडाउन में लोग अपने आप को कैद किए हुए है. लोगों के पास और कोई चारा भी तो नहीं है. मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने एक कमेटी बनाई है और उस कमेटी का चेयरमैन भारत सरकार के पर्यटन मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल को बनाया गया है. वहीं, सभी राज्यों के पर्यटन मंत्री को इस कमेटि का मेंबर बनाया गया है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद भी सरकार के सामने बहुत सारी चुनौतियां है कि सभी चीजों को पहले की तरह कैसे व्यवस्थित की जाए.

महामारी में दिक्कतों का करना पड़ रहा सामना
कृष्ण कुमार ऋषि ने बताया कि एयरपोर्ट पर पर्यटकों के लिए पूरी व्यवथा रहती था. वहां से ट्रैवल एजेंसियां जुड़ी होती थी. वहां से सीधे होटल के लिए वाहन की सुविधा दी जाती है. लेकिन अब सरकारी हो या प्राइवेट सभी प्रकार के होटल बंद पड़े हैं. सबको इस महामारी में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, उन्होंने कहा कि बिहार सरकार पूरी कोशिश करेगी की जल्द से जल्द सब कुछ पहले जैसा हो जाए.

बिहार में मरीजों की संख्या बहुत कम - मंत्री
कृष्ण कुमार ऋषि ने बताया कि बिहार में हर साल पर्यटकों की सख्या में वृद्धि हुई है. क्योंकि बिहार सरकार पर्यटकों को बेहतर सुविधा दे रही है. बिहार में 2019 में करीब 4 करोड़ पर्यटक आए थे. वहीं, उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर कहा कि जिस तरह देश में कोरोना पॉजटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उस हिसाब से बिहार में मरीजों की संख्या बहुत कम है.

पटना : लॉकडाउन के कारण बिहार में भी काम-धंधा ठप है. अन्य क्षेत्र की तरह पर्यटन भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लगता नहीं है कि हालात बहुत जल्द सामान्य होने वाले हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में सूबे के पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि ने कहा कि सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया था, लेकिन कोरोना वायरस से पर्यटन के क्षेत्र में काफी बड़ा प्रभाव पड़ा है. हर साल विदेश से करीब 10 से 12 लाख पर्यटक बिहार आते थे. देश के लोग भी बड़ी तादाद में यहां घूमने आते थे.

'गरीब लोगों पर पड़ा लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर'
पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि ने कहा कि कोरोना के कारण देसी हो या विदेशी कोई भी पर्यटक फिलहाल कही नहीं जा रहा है. जिस वजह से पर्यटन पर काफी असर पड़ा है. उन्होंने कहा कि बिहार में लाखों लोग पर्यटन के कारोबार से जुड़े हैं. ऐसे में सबसे अधिक उन लोगों को दिक्कत हो रही है. बिहार में राजगीर, नालंदा, बोधगया और वैशाली पर्यटन का मुख्य केंद्र है. ये सभी ऐसे जगह है, जहां के लोग पर्यटक की वजह से ही अपनी रोजी-रोटी चलाते है. इसीलिए लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर उन गरीब लोगों पर पड़ा है.

देखें पूरी रिपोर्ट

'लॉकडाउन के बाद भी सरकार के सामने बहुत सारी चुनौतियां'
कृष्ण कुमार ऋषि ने बताया कि बिहारवासियों में बहुत हिम्मत है. जो इस लॉकडाउन में लोग अपने आप को कैद किए हुए है. लोगों के पास और कोई चारा भी तो नहीं है. मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने एक कमेटी बनाई है और उस कमेटी का चेयरमैन भारत सरकार के पर्यटन मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल को बनाया गया है. वहीं, सभी राज्यों के पर्यटन मंत्री को इस कमेटि का मेंबर बनाया गया है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद भी सरकार के सामने बहुत सारी चुनौतियां है कि सभी चीजों को पहले की तरह कैसे व्यवस्थित की जाए.

महामारी में दिक्कतों का करना पड़ रहा सामना
कृष्ण कुमार ऋषि ने बताया कि एयरपोर्ट पर पर्यटकों के लिए पूरी व्यवथा रहती था. वहां से ट्रैवल एजेंसियां जुड़ी होती थी. वहां से सीधे होटल के लिए वाहन की सुविधा दी जाती है. लेकिन अब सरकारी हो या प्राइवेट सभी प्रकार के होटल बंद पड़े हैं. सबको इस महामारी में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, उन्होंने कहा कि बिहार सरकार पूरी कोशिश करेगी की जल्द से जल्द सब कुछ पहले जैसा हो जाए.

बिहार में मरीजों की संख्या बहुत कम - मंत्री
कृष्ण कुमार ऋषि ने बताया कि बिहार में हर साल पर्यटकों की सख्या में वृद्धि हुई है. क्योंकि बिहार सरकार पर्यटकों को बेहतर सुविधा दे रही है. बिहार में 2019 में करीब 4 करोड़ पर्यटक आए थे. वहीं, उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर कहा कि जिस तरह देश में कोरोना पॉजटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उस हिसाब से बिहार में मरीजों की संख्या बहुत कम है.

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