पटना: बिहार में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच लोगों की लापरवाही भी चरम पर है. बिना मास्क लगाए लोग खुले तौर पर घर से बाहर निकल कर भीड़ का हिस्सा बन रहे हैं. इतना ही नहीं लोग बेवजह यात्रा भी कर रहे हैं. ऐसे लोगों का संक्रमण से बचाव व रोकथाम को लेकर सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने से कोई वास्ता नहीं रह गया है.
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अब हैरानी की बात यह है कि दिशा निर्देशों का अनुपालन कराने की जिम्मेदारी जिन जिन प्रशासनिक अधिकारियों पर है. वह तो गायब ही हो गए है. राजधानी पटना के मीठापुर बस स्टैंड में बाहर के राज्यों से यात्री भर भर कर आ रहे हैं. लेकिन यहां भी न जांच की व्यवस्था है न क्षमता से अधिक सीटों पर यात्रियों के लाने पर रोक लगाने की. ऐसे में यात्री बिना जांच के ही सीधे अपने घर चले जा रहे हैं.
बस स्टैंड में काम कर रहे निजी बस के मैनेजर सूरज सिंह बताते है कि यहां कोई जांच नही होता है. यहां कोई व्यवस्था नहीं है. हमलोगों की हालात खराब है. कमाई नहीं के बराबर हो रहा है और रिस्क ज्यादा है. प्रशासन की ओर से जांच नहीं किया जा रहा है.