पटनाः प्रदेश में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है. गुरुवार को प्रदेश में 61 नए मामले सामने आए हैं. प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 254 हो गई है. इससे पहले बुधवार को प्रदेश में संक्रमण के 57 नए मामले सामने आए थे, जिसमें पटना के 32 मामले थे, मंगलवार को पूरे प्रदेश में संक्रमण के 52 नए मामले मिले हैं, जिसमें सर्वाधिक पटना के 29 मामले मिले हैं. प्रदेश में अब एक्टिव मरीजों की संख्या 254 हो गई है. उधर स्वाइन फ्लू के मामले भी बढ़ने लगे हैं. पटना में स्वाइन फ्लू के तीन मरीज मिले हैं.
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पटना में तेजी से बढ़ रहे हैं मामलेः संक्रमण के मामले किस प्रकार बढ़ रहे हैं इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि बीते 5 अप्रैल से 13 अप्रैल के दौरान पूरे प्रदेश में संक्रमण के 354 नए मामले मिले हैं जिसमें पटना के 199 मामले हैं. आकड़ों के मुताबिक बिहार में 5 अप्रैल को 21 संक्रमित मिले जिसमें पटना में-18 थे, 6 अप्रैल को17 संक्रमित मिले जिसमें में से पटना में- 12, 7 अप्रैल को 20 मरीज थे जिसमें से पटना में 11, 8 अप्रैल को 46 मरीज थे जिसमें से 28 मरीज पटना के थे, 9 अप्रैल को 42 नए मरीज जिसमें 14 पटना के, 10 अप्रैल को 38 नए मरीज जिसमें से पटना में 12, 11 अप्रैल 52 नए मरीज जिसमें 29 पटना के मरीज, 12 अप्रैल को 57 नए मरीज, जिसमें से 32 पटना के, 13 अप्रैल को 61 नए मरीज मिले, जिसमें 33 पटना के मरीज शामिल थे. इस तरह देखा जाए तो पटना में संक्रमित मरीजों की संख्या ज्यादा है.
पटना में चिकित्सक भी हो रहे संक्रमितः बताते चलें कि संक्रमण कि जिस प्रकार मामले बढ़ने शुरू हुए हैं एक बार फिर से नए लहर की आशंका बन रही है. जिन अस्पतालों में कोरोना के जांच हो रहे हैं वहां चिकित्सक और अन्य स्वास्थ्य कर्मी लगातार संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. पटना में आधे दर्जन से अधिक चिकित्सक बीते 1 सप्ताह के दौरान संक्रमित हुए हैं इसके अलावा दर्जनभर अन्य स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित भी संक्रमण की चपेट में आए हैं. बीते 24 घंटे में एक मरीज एनएमसीएच में एडमिट हुआ है.
चेहरे पर मास्क का प्रयोग जरूर करेंः आईजीएमएस के अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने बताया कि संक्रमण के मामले जिस प्रकार बढ़ रहे हैं, चेहरे पर मास्क पहनना अनिवार्य हो गया है. लोगों को चाहिए कि भीड़ भाड़ वाले इलाके में मास्क का प्रयोग करें, इससे कोरोना के साथ साथ अन्य वायरल बीमारी और प्रदूषण से भी बचाव होगा. अस्पतालों में चेहरे पर मास्क लगाकर ही आए. स्वास्थ्य कर्मी किसी वायरल के पेशेंट को देख रहे हैं तो चेहरे पर मास्क का प्रयोग करें और हैंड हाइजीन के साथ-साथ सैनिटाइजेशन पर भी विशेष ध्यान दें. फिलहाल इस बार के संक्रमण के दौरान लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं पड़ रहे हैं लेकिन संक्रमण अधिक फैल जाता है तो सीवियरिटी के मामले भी बढ़ सकते हैं. संक्रमण को लेकर लोग डरे नहीं बल्कि जागरूक हो जाएं और कोरोना एसओपी का पालन करें.