पटना: पटना विश्वविद्यालय के पटना लॉ कॉलेज में गुरुवार को पहला दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया. इस दीक्षांत समारोह में बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने शिरकत की. मौके पर सत्र 2015-2018 के 80 उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई.
मौके पर उपस्थित मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि पटना लॉ कॉलेज की स्थापना 1909 में हुई थी. आजाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा लॉ कॉलेज है. इस कॉलेज से पढ़ चुके तमाम लोग आज बड़े-बड़े न्यायिक पदों पर आसीन हैं. इस कॉलेज से पढ़कर लोग सुप्रीम कोर्ट के जज तक बने हैं. वहीं, हजारों वकील आज देश दुनिया में नाम रोशन कर रहे हैं.
रविशंकर प्रसाद और सुमो भी रह चुके हैं यहां के छात्र
गौरतलब है कि देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद भी इसी कॉलेज से पढ़ाई किए हैं. वहीं, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी इसी कॉलेज के छात्र रहे हैं. कॉलेज के प्राचार्य ने कहा कि आज पटना लॉ कॉलेज में दीक्षांत समारोह हो रहा है, यह एक ऐतिहासिक दिन है. पटना विश्वविद्यालय ने पहली बार कॉलेज स्तर पर दीक्षांत समारोह मनाने का निर्णय लिया है.
बाबा साहेब की मूर्ति के लिए दिए डेढ़ लाख
कार्यक्रम में शिरकत करने आए मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि उनके पिता ने भी इसी कॉलेज से पढ़ाई की है. इसलिए उनका इस कॉलेज से निजी रिश्ता है. मौके पर मंत्री अशोक चौधरी ने अपने एमएलसी फंड से डेढ़ लाख रुपये बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने के लिए कॉलेज को दिए. वहीं, छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आजकल के युवाओं के कंधों पर ही पूरे देश और समाज का दायित्व है. लॉ की डिग्री मिलने के बाद उन गरीबों को न्याय देंगे, जो आज भी समाज से वंचित हैं.
बता दें कि पटना लॉ कॉलेज की स्थापना 1909 में हुई थी. उस जमाने में लॉर्ड माउंटबेटन यहां के पहले प्रिंसिपल बने थे. पहले बैच में यहां 25 छात्रों ने एडमिशन लिया था. यह कॉलेज देश का दूसरा सबसे बड़ा लॉ कॉलेज है.