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PU: लॉ कॉलेज में पहली बार मनाया गया दीक्षांत समारोह, 80 छात्रों की दी गई उपाधि - convocation at patna university

गौरतलब है कि देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद भी इसी कॉलेज से पढ़ाई कर चुके हैं. वहीं, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी इसी कॉलेज के छात्र रहे हैं.

छात्रों को दी गई उपाधि
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Published : Aug 29, 2019, 4:47 PM IST

पटना: पटना विश्वविद्यालय के पटना लॉ कॉलेज में गुरुवार को पहला दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया. इस दीक्षांत समारोह में बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने शिरकत की. मौके पर सत्र 2015-2018 के 80 उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

मौके पर उपस्थित मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि पटना लॉ कॉलेज की स्थापना 1909 में हुई थी. आजाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा लॉ कॉलेज है. इस कॉलेज से पढ़ चुके तमाम लोग आज बड़े-बड़े न्यायिक पदों पर आसीन हैं. इस कॉलेज से पढ़कर लोग सुप्रीम कोर्ट के जज तक बने हैं. वहीं, हजारों वकील आज देश दुनिया में नाम रोशन कर रहे हैं.

Patna
कार्यक्रम में मौजूद छात्र

रविशंकर प्रसाद और सुमो भी रह चुके हैं यहां के छात्र
गौरतलब है कि देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद भी इसी कॉलेज से पढ़ाई किए हैं. वहीं, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी इसी कॉलेज के छात्र रहे हैं. कॉलेज के प्राचार्य ने कहा कि आज पटना लॉ कॉलेज में दीक्षांत समारोह हो रहा है, यह एक ऐतिहासिक दिन है. पटना विश्वविद्यालय ने पहली बार कॉलेज स्तर पर दीक्षांत समारोह मनाने का निर्णय लिया है.

Patna
छात्रों को दी गई उपाधि

बाबा साहेब की मूर्ति के लिए दिए डेढ़ लाख
कार्यक्रम में शिरकत करने आए मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि उनके पिता ने भी इसी कॉलेज से पढ़ाई की है. इसलिए उनका इस कॉलेज से निजी रिश्ता है. मौके पर मंत्री अशोक चौधरी ने अपने एमएलसी फंड से डेढ़ लाख रुपये बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने के लिए कॉलेज को दिए. वहीं, छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आजकल के युवाओं के कंधों पर ही पूरे देश और समाज का दायित्व है. लॉ की डिग्री मिलने के बाद उन गरीबों को न्याय देंगे, जो आज भी समाज से वंचित हैं.

Patna
मौके पर बोले मंत्री अशोक चौधरी

बता दें कि पटना लॉ कॉलेज की स्थापना 1909 में हुई थी. उस जमाने में लॉर्ड माउंटबेटन यहां के पहले प्रिंसिपल बने थे. पहले बैच में यहां 25 छात्रों ने एडमिशन लिया था. यह कॉलेज देश का दूसरा सबसे बड़ा लॉ कॉलेज है.

Patna
मंच पर मौजूद लोग

पटना: पटना विश्वविद्यालय के पटना लॉ कॉलेज में गुरुवार को पहला दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया. इस दीक्षांत समारोह में बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने शिरकत की. मौके पर सत्र 2015-2018 के 80 उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

मौके पर उपस्थित मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि पटना लॉ कॉलेज की स्थापना 1909 में हुई थी. आजाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा लॉ कॉलेज है. इस कॉलेज से पढ़ चुके तमाम लोग आज बड़े-बड़े न्यायिक पदों पर आसीन हैं. इस कॉलेज से पढ़कर लोग सुप्रीम कोर्ट के जज तक बने हैं. वहीं, हजारों वकील आज देश दुनिया में नाम रोशन कर रहे हैं.

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कार्यक्रम में मौजूद छात्र

रविशंकर प्रसाद और सुमो भी रह चुके हैं यहां के छात्र
गौरतलब है कि देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद भी इसी कॉलेज से पढ़ाई किए हैं. वहीं, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी इसी कॉलेज के छात्र रहे हैं. कॉलेज के प्राचार्य ने कहा कि आज पटना लॉ कॉलेज में दीक्षांत समारोह हो रहा है, यह एक ऐतिहासिक दिन है. पटना विश्वविद्यालय ने पहली बार कॉलेज स्तर पर दीक्षांत समारोह मनाने का निर्णय लिया है.

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छात्रों को दी गई उपाधि

बाबा साहेब की मूर्ति के लिए दिए डेढ़ लाख
कार्यक्रम में शिरकत करने आए मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि उनके पिता ने भी इसी कॉलेज से पढ़ाई की है. इसलिए उनका इस कॉलेज से निजी रिश्ता है. मौके पर मंत्री अशोक चौधरी ने अपने एमएलसी फंड से डेढ़ लाख रुपये बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने के लिए कॉलेज को दिए. वहीं, छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आजकल के युवाओं के कंधों पर ही पूरे देश और समाज का दायित्व है. लॉ की डिग्री मिलने के बाद उन गरीबों को न्याय देंगे, जो आज भी समाज से वंचित हैं.

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मौके पर बोले मंत्री अशोक चौधरी

बता दें कि पटना लॉ कॉलेज की स्थापना 1909 में हुई थी. उस जमाने में लॉर्ड माउंटबेटन यहां के पहले प्रिंसिपल बने थे. पहले बैच में यहां 25 छात्रों ने एडमिशन लिया था. यह कॉलेज देश का दूसरा सबसे बड़ा लॉ कॉलेज है.

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मंच पर मौजूद लोग
Intro:पटना लॉ कॉलेज का प्रथम दीक्षांत समारोह का आयोजन मंत्री अशोक चौधरी कार्यक्रम में की शिरकत,
सत्र 2015-2018 के 80 छात्रो को दि गई उपाधि


Body:पटना विश्वविद्यालय के पटना लॉ कॉलेज जो आजाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा लॉ कॉलेज हैं, बताया जाता है कि इस कॉलेज में न जाने कितने सुप्रीम कोर्ट के जज हुए हैं और हजारों वकील आज देश दुनिया में नाम रोशन कर रहे हैं, देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद भी इसी कॉलेज से पढ़ाई किए हैं, वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी इसी कॉलेज से पढ़ाई किए हैं, और कई ऐसे जज हुए जो अभी सुप्रीम कोर्ट में है और पटना हाईकोर्ट में है सबो ने यहीं से कानून की पढ़ाई की है, आज पटना लॉ कॉलेज का दीक्षांत समारोह एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि पटना विश्वविद्यालय ने पहली बार कॉलेज स्तर पर दीक्षांत समारोह मनाने का निर्णय लिया था, ऐसे में पटना लॉ कॉलेज का दीक्षांत समारोह का ऐतिहासिक पल है
गौरतलब है कि कार्यक्रम में शिरकत करने आए मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि हमारी पिता भी इसी कॉलेज से पढ़ाई किए हैं, इसलिए हमें यहां से दिल से जुड़ाव है, मंत्री अशोक चौधरी ने अपने एमएलसी फंड से डेढ़ लाख रुपया बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने के लिए दिया है, वहीं छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आजकल के युवाओं के कंधे पर ही पूरे देश और समाज का दायित्व है, ला कि डिग्री मिलने के बाद उन गरीबों को न्याय देंगे जो आज भी समाज से वंचित हैं, समाज के सबसे अंतिम पंक्ति में रहने वाले वैसे सभी लोगों को आप न्याय दिलाएंगे, आपको आज उपाधि के साथ साथ एक बडी जिम्मेदारी भी दी गई है,कि समाज में अन्याय को देखते हुए अपने कागज और कलम के बल पर उसे न्याय दिलाएंगे वही कार्यक्रम में कुलपति प्रोफेसर रासबिहारी ने कहा कि आज जिन जिन छात्रों को उपाधि दी जा रही है उसे मालवीय टोपी कहते हैं मदन मोहन मालवीय शिक्षा जगत के एक प्रतिबिंब है आज हम सभी उन्हें के बलबूते शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं पूरे देश भर में विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर उन्होंने अथक प्रयास किया था आज पट्टाला कॉलेज में जिन जिन छात्रों को उपाधि दी जा रही है उन्हें उनके कंधों पर एक बड़ा दायित्व भी दिया जा रहा है जो अपने समाज और देश के लिए काम करेंगे लाकर डिग्री मिलने के बाद पैसा अर्जित करना माध्यम तो है ही लेकिन उसके साथ साथ न्याय दिलाना आपका सबसे बड़ा धर्म होगा,मंत्री अशोक चौधरी ने युवाओं को आह्वान किया कि आज के हालात में का स्टेज में ज्यादा बढ़ रहे हैं जात-पात ऊंच-नीच ज्यादा ही बढ़ रहे हैं इसे खत्म करने में आज के युवाओं को ही आगे आना होगा जाती पाती कोई बड़ी चीज नहीं है इंसानियत एक बड़ी चीज है इस जात पात को आगे बढ़कर खत्म करें समाज में एक दूसरे से मिलकर भाईचारा का संबंध स्थापित करें और यह सब कुछ युवा के कंधों पर ही है


Conclusion:बाहर हाल आपको बता दें कि कप्तान लॉ कॉलेज की स्थापना 1909 में हुई थी और उस जमाने में अंग्रेज के लॉर्ड माउंटबेटन यहां के पहले प्रिंसिपल हुआ करते थे, उस जमाने में 25 छात्र यहां अपनी पढ़ाई करते थे, और यह कॉलेज देश का दूसरा सबसे बड़ा लॉ कॉलेज है



बाईट:-मो.शरिफ,प्राचार्य, लॉ कॉलेज, पटना विश्वविद्यालय
बाईट-प्रो.रासबिहारी, कुलपती, पटना विश्वविद्यालय
बाईट:-अशोक चौधरी,मंत्री भवन निर्माण, बिहार सरकार
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