पटना: पटना विश्वविद्यालय के साइंस कॉलेज में दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ. जहां 233 स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई. दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार के मुख्य चुनाव पदाधिकारी गिरीश शंकर थे.
दीक्षांत समारोह का आयोजन
पटना विश्वविद्यालय के साइंस कॉलेज में सोमवार को 92 वें सालों बाद पहली बार दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. जहां कॉलेज स्तर पर दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. प्राचार्य प्रो. केसी सिन्हा ने बताया कि दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार के मुख्य चुनाव पदाधिकारी गिरीश शंकर होंगे. प्रो. सिन्हा ने बताया कि गिरीश शंकर साइंस कॉलेज के ही फिजिक्स के विद्यार्थी रहे हैं. पटना विश्वविद्यालय से ही उन्होंने स्नातकोत्तर भी किया है. समारोह में कुलपति प्रो. रासबिहारी प्रसाद सिंह, प्रतिकुलपति प्रो. डॉली सिन्हा आदि शामिल होंगे.
'साइंस कॉलेज का गौरवमयी इतिहास है'
कार्यक्रम का उद्घाटन पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रासबिहारी, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी गिरीश शंकर और नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति ने किया. साइंस कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर केसी सिन्हा ने कॉलेज के 92 वें साल के गौरवशाली इतिहास को बताया कि इस कॉलेज से कई कैबिनेट मंत्री, आईएएस, आईपीएस पढ़ कर बने है. उन्होंने कहा कि यह कॉलेज पूरे देश में विज्ञान और शोध के लिए प्रसिद्ध है. वहीं, मुख्य अतिथि गिरीश शंकर ने कहा की यहां से पढ़कर सिविल सर्विस की तैयारी कर आज मैं इलेक्शन ऑफिसर के पद पर हूं. उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि साइंस कॉलेज की गरिमा है, इस गरिमा को बनाए रखें आपकी जिम्मेदारी है.
'पीली टोपी है खास पहचान'
छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रासबिहारी ने कहा कि यह उपाधि के दौरान दी गई पीली टोपी मालवीय टोपी है. यह टोपी मदन मोहन मालवीय की पहचान कराती है. जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाया था. आज उसी का प्रचलन पूरे देश भर में हो रहा है.