पटना : बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे कामेश्वर चौपाल (68 वर्ष) का पार्थिव शरीर आज बिहार विधान परिषद के प्रांगण में लाया गया. यहां पहले से मौजूद विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री मंगल पांडे और पूर्व सांसद रामकृपाल यादव ने उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.
कामेश्वर चौपाल का निधन : विधान परिषद में श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि चौपाल जी विश्व हिंदू परिषद और भारतीय जनता पार्टी के स्तंभ थे. राम मंदिर निर्माण में उनकी अहम भूमिका रही है. उनके निधन से भारतीय जनता पार्टी को काफी क्षति हुई है. वहीं, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि वे लगातार कामेश्वर चौपाल जी से संपर्क में थे और उनका स्वास्थ्य नासाज था. आज उनका निधन हुआ, जिससे पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है. उन्होंने भगवान से उनके आत्मा को शांति देने की प्रार्थना की.
बीजेपी कार्यालय में भी दी गई श्रद्धांजलि : कामेश्वर चौपाल का पार्थिव शरीर विधान परिषद से भारतीय जनता पार्टी कार्यालय लाया गया, जहां बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
अतिम संस्कार की तैयारी : कामेश्वर चौपाल का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सुपौल जिले ले जाया जाएगा, जहां कल उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. बता दें कि कामेश्वर चौपाल का निधन 7 फरवरी को दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल में हुआ. कामेश्वर चौपाल ही ऐसे शख्स थे जिन्होंने राममंदिर की पहली ईंट अयोध्या में रखी थी. संघ की ओर से उन्हें प्रथम कार सेवक का दर्जा दिया गया था.
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