पटना: बिहार का पांच देश रत्न मार्ग बंगला लंबे समय से राजनीतिक विवादों में है. पहले तेजस्वी के बंगला खाली नहीं करने पर सुर्खियों में आया. फिर जब सुप्रीम कोर्ट के दंड लगाने के बाद भी तेजस्वी यादव ने इसे खाली नहीं किया तो यह चर्चा का विषय बना. बाद में बंगले में सुशील मोदी के शिफ्ट करने के बाद सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगा. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने उस समय कहा था इस बंगले में जिस ढंग से साज-सज्जा की गई है. वैसे में मुख्यमंत्री आवास भी फेल है.
सुमो ने बंगले की जांच की बात भी कही थी. लेकिन, इसके बावजूद भवन निर्माण विभाग ने तेजस्वी यादव को क्लीन चिट दे दी. भवन निर्माण विभाग के क्लीन चिट देने पर उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने सवाल खड़ा किया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरकार ने कोई क्लीन चिट नहीं दी है. सुमो ने ट्वीट में फिर से वही बात दोहरायी कि तेजस्वी यादव ने अपने पद का दुरुपयोग और फिजूलखर्ची कर बंगले पर कब्जा नहीं जमाया होता तो सुप्रीम कोर्ट को 50000रुपये का दंड लगा कर बंगला खाली कराने के लिए जरूरत नहीं पड़ती.
क्लीन चिट की बात को किया खारिज
एक तरफ भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार और विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव को करोड़ों खर्च करने के मामले में क्लीन चिट दे दिया. तो वहीं, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट में कहा है कि कोई क्लीनचिट सरकार ने नहीं दी है. बिहार में बंगले को लेकर भवन निर्माण विभाग और उप मुख्यमंत्री के बीच सियासी ड्रामा शुरू हो गया है.
ट्वीट में गिनवाई खासियत
सुशील मोदी ने ट्वीट में यह भी कहा है कि आखिर तेजस्वी यादव ने किस प्रावधान के तहत केवल कमरे में ही नहीं बल्कि शौचालय तक में 44 एसी लगवाए. बंगला में 35 महंगे लेदर सोफा, विदेशी ग्रेनाइट/ मार्बल दीवारों पर वुडेन पैनलिंग, वूडेन फ्लोरिंग, मॉड्यूलर किचन, 464 महंगी एलईडी लाइट, 108 पंखा, लाखों का विलियर्स टेबल और कीमती पर्दे पर अनाप-शनाप सरकारी धन खर्च किया गया.
सुमो राजनीति कर रहे हैं- RJD
भवन निर्माण विभाग के क्लीनचिट देने पर सुशील मोदी की ओर से उठाये सवाल पर आरजेडी ने कहा है कि सुशील मोदी राजनीति कर रहे हैं. तो वहीं, बीजेपी के नेता लाल बाबू ने कहा कि जब इतना फिजूलखर्च हुआ है तो क्लीन चिट कैसे दिया जा सकता है.