सरगुजा/पटना: छत्तीसगढ़ के सरगुजा में आयोजित 3 दिवसीय मैनपाट महोत्सव में भोजपुरी कलाकार खेसारी लाल यादव जैसे ही मंच पर पहुंचे, दर्शकों का उत्साह बढ़ गया. उनके प्रस्तुति के समापन के वक्त दर्शकों और पुलिस के बीच विवाद हो गया. जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया और पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. हालांकि खेसारी लाल यादव की अपील पर कुछ देर में हंगामा शांत हो गया.
पुलिस और दर्शकों के बीच अचानक विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिसकर्मियों ने कुछ दर्शकों पर लाठी भांज दी. पुलिस के लाठी चलाने के बाद दर्शक काफी भड़क उठे. इस दौरान माहौल तनाव में बदल गया. पुलिस और दर्शकों के बीच झगड़ा शुरू हो गया.
खेसारी लाल यादव लौट गए
जानकारी के मुताबिक, पुलिस और दर्शकों की झड़प को देखकर खेसारी लाल यादव नाराज हो गए. उन्होंने अपनी प्रस्तुति समाप्त कर दी. मैनपाट महोत्सव से वो अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए. खेसारी लाल यादव ने मंच से कहा कि मैं 'प्रशासन से रिक्वेस्ट कर रहा हूं कि किसी को लाठी से मत मारिएगा, ये जिंदा हैं, तो खेसारी लाल जिंदा है'.
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कुर्सी फेंकने की घटना
पुलिस और दर्शकों के बीच जब विवाद बढ़ा, तो लोगों ने कुर्सियां फेंकना शुरू कर दिया. पुलिस भी दर्शकों के ऊपर कुर्सी फेंकती नजर आई है. अंबिकापुर SDM अजय त्रिपाठी ने दर्शकों को समझाया. पुलिस और दर्शकों के बीच स्थिति को संभाला गया. थोड़ी देर बाद पूरा माहौल शांत हो सका.
मुख्यमंत्री भी पहुंचे थे
मैनपाट मोहत्सव को लेकर पूरे प्रदेश में उत्साह है. 12 फरवरी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मैनपाट महोत्सव का शुभारंभ किया. इसके अलावा अमरजीत भगत भी कार्यक्रम में पहुंचे थे. हालांकि विवाद के दौरान मंत्री मौजूद नहीं थे, लेकिन पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं.