पटना: प्रदेश में कोरोना के सेकेंड वेब की आशंका प्रबल होती जा रही है. राजधानी पटना से हर रोज कोरोना के 150 से ज्यादा मामले मिल रहे हैं. ऐसे में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए फिर से कंटेनमेंट जोन बनाने की कवायद शुरू होने जा रही है.
गौरतलब हो कि चुनाव के समय सभी कंटेनमेंट जोन को हटा दिया गया था. पटना से जब कंटेनमेंट जोन हटाए गये थे, उस समय इनकी संख्या 27 थी. वर्तमान समय में राजधानी पटना में 46 कंटेनमेंट एरिया हैं.
पटना में कोरोना के मामले (28-11-2020 तक)
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बनाए जा रहे छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन
कंटेनमेंट जोन के बारे में जानकारी देते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसपी विनायक ने बताया कि जिस इलाके में कोरोना के मामले ज्यादा हैं. वहां फिर से कंटेनमेंट जोन बनाने को लेकर सभी एसडीओ को लेटर दिया हुआ है. पिछले दो-तीन दिनों से कंटेनमेंट जोन बनने शुरू हो गए हैं. उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में 46 कंटेनमेंट जोन फंक्शनल हैं. इस बार लोगों की सहूलियत को देखते हुए छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं.
लोगों को ना हो दिक्कत, इसके लिए...
डॉक्टर एसपी विनायक ने बताया कि लोगों को असुविधा ना हो इस को देखते हुए इस बार छोटे कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देश हैं. पहले एक घर छोड़कर तीन चार घर के बाद दूसरे घर में अगर कोई कोरोना पेशेंट मिलता था तो उस इलाके के आसपास के कई घरों को कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया जाता था. लेकिन अब ऐसी स्थिति होने पर अलग-अलग कंटेनमेंट जोन बनाए जाने के निर्देश हैं. उन्होंने बताया कि छोटे कंटेनमेंट जोन होने से लोगों को मूलभूत सुविधाओं को प्राप्त करने में दिक्कत नहीं होगी.