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पटना: जल जीवन हरियाली के लिये परामर्शदात्री समिति की जल्द होगी बैठक - जल संरक्षण संरचना

जल जीवन हरियाली अभियान के तहत पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए भवनों को चिन्हित किया जा रहा है. वहीं, बनने वाले नए भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था विशेष रूप से करवाई जा रही है. राजधानी में ऐसे 400 से अधिक भवनों को चिन्हित भी किया जा चुका है.

पटना
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Published : Dec 12, 2019, 7:29 PM IST

पटना: ज्य में जल जीवन हरियाली अभियान को लेकर हरेक जिले में परामर्शदात्री समिति का गठन किया गया है. जल्द ही इस योजना के अंतर्गत रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए परामर्शदात्री समिति की बैठक बुलाई जाएगी. जिसमें जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित है. ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद चौधरी ने कहा कि जल्द ही सभी जिलों में बैठक बुलाई जाएगी.

बता दें कि जलवायु परिवर्तन को लेकर जब मुख्यमंत्री ने जल जीवन हरियाली अभियान शुरू की थी तो सबसे पहले जनप्रतिनिधियों की ही बैठक बुलाई थी. दोनों सदनों के नेता के साथ पूरे दिन चर्चा की गई थी. अब चल रहे इस अभियान में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी अधिक से अधिक हो, उनसे सुझाव लिए जा सकें इसके लिए परामर्शदात्री समिति का गठन किया गया.

जानकारी देते ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद चौधरी

रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए भवन चिन्हित
सचिव अरविंद चौधरी ने बताया कि जल जीवन हरियाली अभियान के तहत पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए भवनों को चिन्हित किया जा रहा है. वहीं, बनने वाले नए भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था विशेष रूप से करवाई जा रही है. राजधानी में ऐसे 400 से अधिक भवनों को चिन्हित भी किया जा चुका है. वहीं, प्रदेश के पठारी इलाकों में जल संरक्षण के लिए डैम और अन्य जल संरक्षण संरचना निर्माण के लिए एक समिति गठित की गई है. यह समिति विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनी है. जिसमें कई विभागों के विशेषज्ञ हैं. उनके सुझाव के अनुसार ही जल संरक्षण रचनाओं का निर्माण होगा.

पटना: ज्य में जल जीवन हरियाली अभियान को लेकर हरेक जिले में परामर्शदात्री समिति का गठन किया गया है. जल्द ही इस योजना के अंतर्गत रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए परामर्शदात्री समिति की बैठक बुलाई जाएगी. जिसमें जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित है. ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद चौधरी ने कहा कि जल्द ही सभी जिलों में बैठक बुलाई जाएगी.

बता दें कि जलवायु परिवर्तन को लेकर जब मुख्यमंत्री ने जल जीवन हरियाली अभियान शुरू की थी तो सबसे पहले जनप्रतिनिधियों की ही बैठक बुलाई थी. दोनों सदनों के नेता के साथ पूरे दिन चर्चा की गई थी. अब चल रहे इस अभियान में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी अधिक से अधिक हो, उनसे सुझाव लिए जा सकें इसके लिए परामर्शदात्री समिति का गठन किया गया.

जानकारी देते ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद चौधरी

रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए भवन चिन्हित
सचिव अरविंद चौधरी ने बताया कि जल जीवन हरियाली अभियान के तहत पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए भवनों को चिन्हित किया जा रहा है. वहीं, बनने वाले नए भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था विशेष रूप से करवाई जा रही है. राजधानी में ऐसे 400 से अधिक भवनों को चिन्हित भी किया जा चुका है. वहीं, प्रदेश के पठारी इलाकों में जल संरक्षण के लिए डैम और अन्य जल संरक्षण संरचना निर्माण के लिए एक समिति गठित की गई है. यह समिति विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनी है. जिसमें कई विभागों के विशेषज्ञ हैं. उनके सुझाव के अनुसार ही जल संरक्षण रचनाओं का निर्माण होगा.

Intro:पटना--जल जीवन हरियाली अभियान के लिए जिलों में परामर्श दात्री समिति का गठन किया गया है जिसमें जनप्रतिनिधियों की भागीदारी होगी जिले के प्रभारी मंत्री समिति के अध्यक्ष होंगे। ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद चौधरी ने कहा कि जल्द ही परामर्श दात्री समिति की बैठक बुलाई जाएगी।


Body:जलवायु परिवर्तन को लेकर जब मुख्यमंत्री ने जल जीवन हरियाली अभियान के बारे में सोचा था तो सबसे पहले जनप्रतिनिधियों की ही बैठक बुलाई थी दोनों सदनों के नेता के साथ पूरे दिन चर्चा की थी अब अभियान शुरू हो चुका है और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी अधिक से अधिक हो उनसे सुझाव लिए जा सकें परामर्श दात्री समिति का भी गठन किया गया है जो जिले के प्रभारी के नेतृत्व में मनाया गया है और इसमें जनप्रतिनिधियों के सुझाव अधिक से अधिक लिए जा सकें इसके लिए जल्द ही ग्रामीण विकास विभाग बैठक बुलाने वाला है । ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद चौधरी के अनुसार जल जीवन हरियाली अभियान के तहत पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए भवनों को चिन्हित किया जा रहा है और नए भवन में इसकी व्यवस्था विशेष रूप से करवाई जा रही है पटना जिले में ऐसे 400 से अधिक भवनों को चिन्हित भी किया जा चुका है साथ ही सोखता का निर्माण भी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।
बाईट--अरविंद चौधरी, सचिव, ग्रामीण विकास विभाग।


Conclusion: ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद चौधरी के अनुसार सभी जिलों में खासकर पठारी इलाकों के लिए डैम और अन्य जल संरचना निर्माण के लिए एक समिति गठित की गई है विकास आयुक्त की अध्यक्षता में समिति बनी है जिसमें विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ भी हैं और उनके सुझाव के अनुसार रचनाओं का निर्माण होगा।

अविनाश, पटना।
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