पटना: बिहार में शराब नीति को लेकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरना शुरू कर दिया है. पटना के विभिन्न इलाकों में पोस्टर लगाकर कांग्रेस यह बता रही है कि राज्य में शराब नीति फेल है. वहीं, पोस्टर के माध्यम से कांग्रेस ने यह भी दावा किया है कि राज्य में सफल शराबबंदी कानून लागू करना कांग्रेस की देन है.
कांग्रेस के पोस्टर में लिखा है, 'बिहार में शराबबंदी कांग्रेस मंत्रालय की देन, असफल शराबबंदी नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी की देन है. यह पोस्टर कांग्रेस नेता सिद्धार्थ क्षत्रिय ने लगवाया है. सिद्धार्थ क्षत्रिय ने कहा कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी कांग्रेस के दबाव में नीतीश कुमार ने लागू किया था.
महागठबंधन की सरकार ने लागू किया शराबबंदी
कांग्रेस नेता ने कहा कि नीतीश कुमार तो अर्ध शराबबंदी लागू करना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस मंत्रालय ने राहुल गांधी के कहने पर बिहार में पूर्ण शराबबंदी को लागू किया. गौरतलब है कि बिहार में नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली महागठबंधन की सरकार ने एक अप्रैल 2016 को अर्ध शराबबंदी लागू किया था. इसके बाद महिलाओं की मांग पर पांच अप्रैल 2016 को राज्य में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू कर दिया गया.
नीतीश कुमार ने ही गरीबों को शराब पीना सिखाया
सिद्धार्थ क्षत्रिय ने कहा कि जब तक बिहार में महागठबंधन की सरकार थी तब तक राज्य में शराबबंदी सफल रहा. लेकिन, नीतीश कुमार और सुशील मोदी की सह पर राज्य में खुलेआम शराब बेची जा रहा है. इससे राज्य में अपराध बढ गया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने तो राज्य के गरीबों को झालदार, मसालेदार शराब पीना सिखाया.
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे की अपील
सिद्धार्थ ने कहा कि राज्य के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने भी माना है कि राज्य में शराब बेची जा रही है. डीजीपी खुद पुलिसकर्मियों से शराब नहीं पीने की अपील कर रहे हैं. सिद्धार्थ ने सवाल पूछते हुए कहा कि गोपालगंज के थानेदार को क्यों सस्पेंड किया गया? शराब तस्कर शराब की तस्करी में बच्चों तक का इस्तेमाल कर रहे हैं.