नई दिल्ली: बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास (Bhakt Charan Das) ने कहा कि उपचुनाव के बाद खुलकर दोनों पार्टियां गठबंधन कर सकती हैं. बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक थे जबकि महागठबंधन के कुल 110 विधायक हैं. सरकार बनाने के लिये 122 विधायकों की जरुरत होती है.
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19 विधायकों वाली कांग्रेस की अनदेखी इसलिये राजद ने की, क्योंकि उसको किसी और दल का समर्थन सरकार बनाने के लिये मिल सकता है. जिस सांप्रदायिक पार्टी के खिलाफ महागठबंधन बना था. राजद उसी पार्टी से गठबंधन उपचुनाव बाद खुलकर कर सकती है.
भक्त चरण दास ने कहा कि बिहार में कुशेश्वरस्थान व तारापुर में विधानसभा उप चुनाव होना है. कुशेश्वरस्थान में पिछले पांच बार से कांग्रेस लड़ रही थी. राजद ने यह सीट उपचुनाव में कांग्रेस को नहीं दिया. दोनों सीटों पर राजद उम्मीदवार उतार दिया इसलिये कांग्रेस से गठबंधन टूट गया. कांग्रेस भी दोनों सीटों पर लड़ रही है और जीतेगी भी.
कुशेश्वरस्थान से राजद अपने प्रत्याशी का नाम वापस ले लेती तो गठबंधन कांग्रेस के साथ बना रहता लेकिन राजद ने नाम वापस नहीं लिया. बता दें कि बिहार में राजद के 75, बीजेपी के 74 विधायक हैं.