पटना: कोरोना को लेकर मंगलवार से बिहार विधानमंडल की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है. सोमवार को कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में इसका निर्णय लिया गया. इसको लेकर कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह के निर्णय लेकर लोगों को डरा रही है. सरकार जिस तरह से निर्देश दे रही है आम लोगों के मन में भय पैदा हो रहा है. सरकार को इसको रोकने के लिए उपाय करने चाहिए न कि लोगों को भयभीत करना चाहिए.
'सत्र स्थगित कर नाकामयाबी छुपा रही है सरकार'
प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि ये बजट सत्र था. सरकार के सामने विपक्ष के कई सवाल थे. विधान परिषद का सदस्य होने के नाते हमारा मानना है कि सत्र स्थगित करने से परेशानी होगी. उन्होंने कहा कि इस सत्र में निश्चित तौर से जनहित से जुड़े काफी मुद्दे थे, जिनका सरकार को जवाब देना था. सत्तापक्ष जबाव ही नहीं देना चाहता था, इसलिए सेशन ही स्थगित कर दिया. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना के नाम पर सरकार अपनी नाकामी छुपाने में कामयाब हुई है.
'अनर्गल बयानबाजी कर रहा है असंवेदनशील विपक्ष'
कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी विधान पार्षद संजय मयूख ने कहा कि विपक्ष असंवेदनशील हो गया है. उन्हें कोरोना जैसी महामारी के मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. जहां पूरा विश्व इस बीमारी को लेकर लोगों को जागरूक कर रहा है, लोग सतर्कता बरत रहे हैं. वहीं, विपक्ष अनर्गल बयानबाजी कर रहा है.
संजय मयूख ने कहा कि मैं विपक्ष से अपील करता हूं कि इस गंभीर मुद्दे पर राजनीति न करें, बल्कि लोगों को जागरूक करने में सरकार का साथ दें, ताकि इस महामारी से निपटा जा सके.