पटना: इफ्तार के नाम पर इन दिनों बिहार की सियासत गरमा गई है. बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के ट्वीट पर अब कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह ने भी पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले इस्लामाबाद में भारतीय राजदूतों की ओर से इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था. जाहिर है यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इजाजत के बिना तो हुआ नहीं होगा. ऐसे में गिरिराज सिंह को पहले पीएम से सवाल करना चाहिए कि वे किस तरह इफ्तार पार्टी का आयोजन करवा रहे हैं.
दरअसल, गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर लिखा था कि दोनों नेताओं को नसीहत देते हुए कहा है कि इस तरह का आयोजन दशहरे के मौके पर होना चाहिए, ना कि केवल दिखावे के लिए इफ्तार पार्टी के मौके पर.
'गिरिराज केवल सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं'
कांग्रेस सांसद ने गिरिराज पर जुबानी वार करते हुए यह भी कहा कि सुशील कुमार मोदी कई वर्षों से इफ्तार पार्टी का आयोजन करते रहे हैं. तब किसी को आपत्ति नहीं हुई. कांग्रेस सांसद ने कहा है कि गिरिराज सिंह इस तरह के बयान देकर महज अपने आप को सुर्खियों में बनाए रखना चाहते हैं.
मोदी कैबिनेट में JDU को जगह नहीं मिलने पर भी जताई आपत्ति
कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह ने जेडीयू को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करने पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा भाजपा ने जदयू और बिहार के साथ सही नहीं किया. जेडीयू को केंद्रीय मंत्रिमंडल में सम्मानजनक जगह मिलनी चाहिए थी. बहरहाल, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार का गले लगाने वाले तस्वीर कई राजनीतिक पहलुओं पर गौर करने की स्थिति उत्पन्न कर रही है.