पटना: कांग्रेस केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी में है. 2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस की ओर से ये सबसे बड़ा प्रदर्शन होगा. हालांकि इसके पूर्व भी धारा 370, एनआरसी और नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में कांग्रेस देशभर में आंदोलन करती रही है. लेकिन सोनिया गांधी की अध्यक्षता में मोदी 2 की सरकार में पहली बार कांग्रेस इतने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगी.
बिहार प्रदेश कांग्रेस की ओर से हजारों कार्यकर्ता और नेताओं के साथ दिल्ली पहुंचने की तैयारी हो रही है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने बताया कि प्रदेश के तमाम बड़े नेता और कार्यकर्ता इस रैली में हिस्सा लेंगे. इसके अलावा ऐसे तमाम राज्यवासी जो कांग्रेस के विचारों से ताल्लुक रखते हैं, उनको भी दिल्ली जाने के लिए तैयार किया जा रहा है.
दिल्ली जाने की तैयारी में कांग्रेस
दिल्ली जाने के लिए कई तरह के साधन भी जुटाये जा रहे हैं. पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि राज्य के तमाम जिलों से अलग-अलग साधनों द्वारा कांग्रेसी दिल्ली पहुंच रहे हैं. अधिक से अधिक संख्या में लोग दिल्ली पहुंचे, इसके लिए कई स्तर पर बैठक की गई है. जिला अध्यक्ष और इलाके के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को इसकी जिम्मेवारी दी गई है.
ये भी पढ़ें- CAB पर बढ़ सकती है नीतीश कुमार और pk की दूरियां! JDU में फूट पर RJD ने भी ली चुटकी
केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ 14 दिसंबर को प्रदर्शन
कादरी ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष की ओर से हर जिले के नेताओं से लगातार संपर्क कर दिल्ली जाने के संदर्भ में जानकारी ली जा रही है. भारत बचाओ रैली में राज्य से तकरीबन दो से ढाई हजार लोगों के जाने की संभावना है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ 14 दिसंबर को दिल्ली में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा.