नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि बिहार कोरोना और बाढ़ का डबल अटैक झेल रहा है. दोनों से लड़ने में बिहार सरकार विफल साबित हो रही है. इस संकट के दौर में सीएम नीतीश ने प्रदेश को भगवान भरोसे छोड़ दिया है. नीतीश कुमार खुद को कोरोना वायरस से बचाने में लगे हुए हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि आज भी कोरोना टेस्ट जितना होना चाहिए, उतना बिहार में नहीं हो रहा है. अस्पताल में मरीज जाता है, तो उसकी मौत हो जाती है. स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है उन्होंने कहा कि एनडीए विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगा हुआ है, वर्चुअल रैलियां की जा रही हैं. कोरोना व बाढ़ से लड़ने में बिहार सरकार फेल हुई है इसलिए अपनी नाकामियों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए जदयू-बीजेपी लगातार सुशांत राजपूत का मुद्दा उठा रही है.
लोगों को नहीं मिल रहा खाना
अखिलेश सिंह ने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को खाना तक नहीं दिया जा रहा है, पशुओं के लिए चारा नहीं है. लेकिन इन सब की बिहार सरकार को कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि सुशांत राजपूत का मामला सीबीआई के पास चला गया है, अब और अच्छे से जांच होगी. जल्द सच सामने आ जाएगा. कांग्रेस पार्टी चाहती है कि इस घटना के पीछे, जो लोग हैं. उनका नाम सामने आये और उन्हें कड़ी सजा मिले.
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बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 75 हजार के पार चला गया है. वहीं बिहार के 16 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. इन जिलों की तकरीबन 70 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. ऐसे में विपक्ष लगातार बिहार सरकार पर निशाना साध रहा है.