पटना: राजधानी में कांग्रेस की ओर से राज्य के पहले मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम वीरचंद पटेल पथ स्थित मिलर हाई स्कूल के मैदान में आयोजित किया गया था. जयंती पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने किया.
पार्टी में एकजुटता दिखाने का आह्वान
मंच से संबोधन के दौरान कांग्रेसी नेताओं ने श्रीकृष्ण सिंह के कार्यों का बखान किया और पार्टी के अंदर जमीन स्तर पर एकजुटता दिखाने की बात कही. साथ ही कांग्रेस नेताओं ने मंच से हाथ उठाकर श्री कृष्ण सिंह को भारत रत्न देने की मांग की. प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि श्री कृष्ण सिंह पार्टी और जाति से बहुत ऊंचे थे. इसलिए वह किसी एक पार्टी और एक जाति के नहीं है. उन्होंने कहा कि आज कई अन्य राजनीतिक दल भी श्री कृष्ण सिंह की जयंती मना रहे हैं. क्योंकि उनके किए गए कार्यों को कोई मिटा नहीं सकता है.
'श्री बाबू के कार्यकाल में राज्य था नंबर 1'
कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि पूरे देश में उनके कार्यकाल में बिहार विकास में नंबर 1 था. पूरे प्रदेश में जिस प्रकार प्रशासनिक चुस्ती थी. अन्य राज्यों से अधिकारी सीखने आते थे. सदानंद सिंह ने कहा कि श्री बाबू बहुत बड़े पुस्तक के शौकीन थे. अध्ययन में उनकी खूब दिलचस्पी रहती थी. आजादी के बाद देश को संवारने में श्रीकृष्ण बाबू का बहुत बड़ा योगदान रहा है. उन्होंने बिहार में कई सारे विश्वविद्यालय और फैक्ट्रियों की स्थापना की.
कई जिले से पहुंचे कार्यकर्ता
श्री कृष्ण सिंह की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंच पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह, केरल के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार समेत कई नेता मौजूद रहे. वहीं, कई जिलों से आए कांग्रेस नेताओं ने मंचासीन कांग्रेस अध्यक्ष से चुनाव के समय कांग्रेसियों को इज्जत और कद्र देने की बात कही. नेताओं ने कहा कि चुनाव के समय कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को छोड़कर दूसरों को लुभाने में लग जाती है. जिससे कार्यकर्ता नाराज हो जाते हैं.