पटना: महादेवा घाट पर मिली दर्जनों लाशों से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. बक्सर में गंगा नदी में शवों की दुर्दशा को देखने के बाद सभी विपक्षी दलों ने सत्ता पक्ष को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा कि राज्य और केंद्र में अधर्म की सरकार है. जिस राज्य में शवों का विधिवत अंतिम संस्कार नहीं हो सकता उस राज्य में वर्तमान सरकार को अधर्मी ही माना जाता है.
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''देश में धर्म सत्ता राज्य और केंद्र की सत्ता के सामने घुटने टेक चुकी है. जिस तरह से शवों को नदी नालों और फुटपाथ पर जलाया या फेंका जा रहा है, उसके बाद धर्म सत्ता को सामने आना चाहिए. किसी भी धर्म में लोगों के मरने के बाद उसका अंतिम संस्कार करने का रिवाज है. लेकिन बक्सर की तस्वीर दिल दहलाने वाली और सरकार की पोल खोलने वाली है.''- असित नाथ तिवारी, कांग्रेस प्रवक्ता
'वर्तमान सरकार का समूल नाश जरूरी'
उन्होंने कहा कि अब राज्य की जनता को जागृत होकर वर्तमान सरकार का समूल नाश करने की जरूरत है. सरकार लोगों को इलाज तो दे नहीं सकी, अब वो शवों को जलाने का भी इंतजाम नहीं कर पा रही है. ऐसी सरकारों का सत्ता में बने रहना किसी भी तरह से वाजिब नहीं है.
'धर्म सत्ता राज सत्ता को करें दंडित'
कांग्रेस प्रवक्ता आशिक नाथ तिवारी का मानना है कि चंद चीजों के लोभ में धर्म सत्ता को सरकारों ने गुलाम बना लिया है. जिस तरह की हरकतें और दृश्य देखने को मिल रहे हैं, ये वक्त धर्म सत्ता द्वारा राज सत्ता को दंडित करने का है.
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गंगा किनारे शव ही शव
बता दें कि बक्सर के महादेवा घाट पर 4 दर्जन से अधिक लाशें एक किलोमीटर के दायरे में बिखरी पड़ी हैं. कई लाशों को कुत्ते नोचकर खा रहे हैं. संदेह जताया जा रहा है कि जिन लोगों की कोरोना काल में घर में ही मौत हो गयी, उन्हें गंगा किनारे परिजनों द्वारा फेंक दिया गया. ईटीवी भारत ने इस दृश्य को देखते ही तुरंत बक्सर के डीएम को सूचना दी. जिस पर जिलाधिकारी ने तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया है.