पटना: बिहार में विधानसभा उपचुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. जल्द ही 5 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं. सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हैं. इसी बीच कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में बुधवार को प्रदेश चुनाव कमिटी की बैठक हुई. इसमें बिहार कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल हुए.
चुनावी रणनीति तैयार करने के लिए हुई प्रदेश चुनाव कमिटी की मीटिंग में बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, उपप्रभारी वीरेंद्र सिंह राठौर, प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, सीपीएल लीडर सदानंद सिंह और सांसद अखिलेश सिंह सहित कई नेता मौजूद रहे. इस दौरान मुख्य रूप से महागठबंधन में घटक दलों के रवैये पर विस्तृत चर्चा हुई.
अलग चुनाव लड़ेगी कांग्रेस
बैठक के बाद बिहार कांग्रेस के उपप्रभारी वीरेन्द्र सिंह राठौर ने मीडिया से बात की. उन्होंने पांचों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने की बात कही. वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि विधानसभा उपचुनाव को लेकर हमलोगों ने 5 सीटों पर उम्मीदवार का पैनल बनाया है. इसे आलाकमान को भेजा जाएगा. उनका निर्णय ही अंतिम और सर्वमान्य होगा.
सोनिया गांधी के हाथ में अंतिम फैसला
कांग्रेस नेता ने कहा कि गठबंधन को लेकर भी सभी सदस्यों ने अपनी राय दे दी है. सभी के मतों को लिफाफे में बंद कर आलाकमान को भेजा जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि जिस तरह आरजेडी ने अपने उम्मीदवार का पैनल बनाया है हमने भी वही किया है. अब सोनिया गांधी ही अंतिम फैसला लेंगी.
उपचुनाव से पहले ही महागठबंधन का टूटा सपना!
महागठबंधन को लेकर आज सुबह से ही कांग्रेस के नेताओं के बयान एलायंस में सबकुछ ठीक नहीं होने के इशारे कर रहे हैं. वहीं, उपचुनाव में कांग्रेस के अलग चुनाव लड़ने से महागठबंधन की एकजुटता का दावा और सपना दोनों ही टूटता नजर आ रहा है. जिस तरह से महागठबंधन के सभी घटक दल अपना-अपना राग अलाप रहे हैं सेमीफाइलन से पहले ही महागठबंधन क्लीन बोल्ड होता दिख रहा है.
इन सीटों के लिए होगी वोटिंग
आपको बता दें कि आगामी विधानसभा उपचुनाव में पांच सीटों पर चुनाव होने हैं. ये सीटें किशनगंज, सिमरी बख्तियारपुर, दरौंदा, नाथनगर, बेलहर हैं. इन सभी सीटों पर भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ने 21 अक्टूबर को वोटिंग की घोषणा की है.