पटना: सरकार के विरोध में पटना के कम्प्यूटर शिक्षक सड़क पर उतर आए. यह शिक्षक अपनी सेवा स्थाई करने की मांग के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे थे. वह बिहार विधानसभा का घेराव करने निकले थे. लेकिन, पुलिस ने उन्हें रोक दिया. जिसके बाद प्रदर्शनकारी शिक्षकों और पुलिस वालों के बीच खूब धक्का-मुक्की हुई. मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का सहारा लेना पड़ा.
क्या है मांग?
कंप्यूटर शिक्षकों का कहना है कि वह अपनी मांग को लेकर पिछले दो सालों से राजधानी पटना के गर्दनीबाग में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन, सरकार उनकी अनदेखी कर रही है. उन्हें केवल आश्वासन दिया जा रहा है. इसबार वह अपना हक ले कर रहेंगे. सालों से मांग की अनदेखी होने के कारण आक्रोशित शिक्षक नीतीश सरकार से आरपार की लड़ाई का मूड बना चुके हैं.
सीएम के खिलाफ की नारेबाजी
गुरूवार को सैकड़ों की संख्या में कंप्यूटर शिक्षक विधानसभा का घेराव करने निकले. मौके पर शिक्षकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनदन वर्मा और विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन के विरोध में जमकर नारे लगाए. वहीं, आक्रोशित शिक्षकों के प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से गर्दनीबाग प्रदर्शन स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया.
पुलिस ने किया वाटर कैनन का इस्तेमाल
जब पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों को रोका तो भीड़ आक्रोशित हो गई. दोनों के बीच हाथापाई की नौबत आ पहुंची. जिसके बाद उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का सहारा लिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों के साथ कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए.