पटना: बिहार विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने के बाद एनडीए और महागठबंधन अपने-अपने तरीके से जीत के दावे कर रहे हैं. एक ओर जहां एनडीए 125 सीट लाकर सरकार बनाने की कवायद में लगी है. दूसरी ओर महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव लगातार चुनाव आयोग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. इसी बीच मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तेजस्वी यादव के तमाम आरोपों का जवाब दिया.
तेजस्वी के आरोप गलत
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने बताया कि पोस्टल बैलेट को लेकर के सवाल किए जा रहे हैं. यह आरोप सरासर बेबुनियाद है. चुनाव आयोग के गाइडलाइन के अनुसार शिकायतों पर कार्रवाई की भी गई है. नालंदा जिले के हिलता विधानसभा में रद्द हुए पोस्टल बैलेट को पुनः जांच भी किया गया. उन्होंने कहा कि जिस विधानसभा में जीत का अंतर 1 हजार से कम हुआ है, उसकी विस्तृत जानकारी शिकायतकर्ता को दी गई है. उन्होंने जेडीयू के सांसद आलोक कुमार सुमन के काउंटिंग सेंटर में जाने पर बेबुनियाद आरोप है. इस मामले में रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा रिपोर्ट आयोग को दी जा चुकी है.
11 विधानसभा सीटों पर 1 हजार से कम मार्जन से जीत
एचआर श्रीनिवास ने कहा कि 11 विधानसभा सीटों पर 1000 से कम मार्जिन में जीत दर्ज हुई है. जिनमें जनता दल यूनाइटेड के 4, राष्ट्रीय जनता दल के 3, लोक जनशक्ति पार्टी के 1, भारतीय जनता पार्टी के 1, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के 1 और निर्दलीय के 1 उम्मीदवार हैं. जबकि, हिलसा में जनता दल यूनाइटेड 12 वोटों से, बरबीघा में 113 वोटों से , भोरे में 462 वोटों से और परबत्ता से जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवार 951 वोटों से जीत दर्ज की.
वहीं, रामगढ़ से राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी 189 से, डेहरी के प्रत्याशी 464, और कुढ़नी से राष्ट्रीय दल के उम्मीदवार 712 वोटों से जीत दर्ज की. लोक जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार मटिहानी से 333 वोटों से जीत दर्ज की. भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बछवारा में 484 वोटों से जीत दर्ज की. सीपीआई बखरी से 777 वोटों से जीत दर्ज की. निर्दलीय उम्मीदवार चकाई से 581 वोटों से जीत दर्ज की.