पटनाः राजधानी के बामेति सभागार में श्वेत क्रान्ति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन के जन्मदिन के मौके पर राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया गया. इस मौके पर बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव प्राइवेट लिमिटेड (कॉम्फेड) की ओर से तकनीकी संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया. जिसमें दुग्ध समितियों के साथ-साथ करीब 250 किसानों ने हिस्सा लिया.
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस
इस संगोष्ठी में दुग्ध उत्पादन के विभिन्न आयामों को और कैसे बेहतर बनाया जाए साथ ही कैसे नई-नई तकनीकों को लाकर, दुग्ध उत्पादन में सहयोग करने वाले लोगों को फायदा पहुंचाया जाए. इन सब बातों पर चर्चा की गई. इस कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि सह पशुपालन मंत्री प्रेम कुमार ने किया. इस दौरान पशुपालन विभाग की प्रधान सचिव एन विजयलक्ष्मी और कॉन्फेड की प्रबंध निदेशक शिखा श्रीवास्तव भी मौजूद रहीं.
पशुपालन मंत्री प्रेम कुमार रहे मौजूद
शिखा श्रीवास्तव ने बताया कि कुरियन जी के जन्मदिवस पर 9 समितियों के बीच करीब 37 लाख का बोनस कृषि सह पशुपालन मंत्री के हाथों से बांटा गया. इसके अलावा दुग्ध सहकारिता से जुड़े उत्पादकों की सफलता की कहानी पुस्तक का विमोचन भी किया गया.
37 लाख रुपये का बांटा गया बोनस
इस मौके पर कृषि मंत्री ने कहा कि दुग्ध उत्पादन में कॉन्फेड का एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है. जिसमें सरकार भी अब हर तरह से मदद करने को तैयार है. ताकि बिहार के किसानों और पशुपालकों को ज्यादा से ज्यादा मदद और लाभ मिल सके. वो एक उन्नत किसान और पशुपालक बन सके.