पटना: बिहार में बढ़ते प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी चिंतित दिख रहे हैं. कई बार सीएम खुद वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी कर चुके हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बार भी राजगीर महोत्सव के दौरान आयुक्त और जिलाधिकारी को किसानों को पराली जलाने पर रोक लगाने की बात भी कही.
इस कड़ी में मंगलवार की देर शाम आयुक्त पटना प्रमंडल संजय कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में पराली जलाने पर रोक लगाने को लेकर समीक्षा बैठक हुई. यह बैठक विभाग के संबंधित अधिकारियों के साथ उनके पटना कार्यालय मे घंटों चली.
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पराली जलाने पर लगाई रोक
बैठक के दौरान आयुक्त संजय कुमार ने संबंधित अधिकारियों को पराली जलाने से हो रहे वातावरण प्रदूषण के बारे में बताया. इसके साथ ही उन्होंने पराली जलाने वाले किसानों को भी चिन्हित करने का आदेश दिया. जिसमें उन्हें कृषि विभाग की योजनाओं के लाभ से वंचित करने की बात कही. साथ-साथ इसकी जानकारी उन किसानों को मैसेज के माध्यम से भी देने को कहा. बैठक में यह तय किया गया कि ऐसे किसानों के पंजीकरण को 3 सालों तक डीबीटी पोर्टल पर पंजीकृत नहीं किया जाएगा.
अधिकारियों को दिए गए दिर्देश
इस बैठक के दौरान आयुक्त संजय अग्रवाल ने संबंधित पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जिले के कृषि पदाधिकारी के माध्यम से कृषि विभाग की ओर से तैयार शपथ पत्र और फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित बुकलेट प्रत्येक प्रखंड के लिए 500 प्रतियां उपलब्ध कराई जाए. साथ ही शहरी क्षेत्रों के विद्यालय के लिए 2000 प्रतियां जिला शिक्षा अधिकारी को भी उपलब्ध कराने का आदेश दिया.