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वायु प्रदूषण को लेकर CM नीतीश चिंतित, प्रमंडलीय आयुक्त ने की अधिकारियों के साथ बैठक

बैठक के दौरान आयुक्त संजय कुमार ने संबंधित अधिकारियों को पराली जलाने से हो रहे वातावरण प्रदूषण को लेकर चिंता जताई. इसके साथ ही उन्होंने किसानों को चिन्हित करने का आदेश दिया.

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Published : Nov 26, 2019, 10:54 PM IST

Updated : Nov 26, 2019, 11:58 PM IST

पटना: बिहार में बढ़ते प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी चिंतित दिख रहे हैं. कई बार सीएम खुद वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी कर चुके हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बार भी राजगीर महोत्सव के दौरान आयुक्त और जिलाधिकारी को किसानों को पराली जलाने पर रोक लगाने की बात भी कही.

इस कड़ी में मंगलवार की देर शाम आयुक्त पटना प्रमंडल संजय कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में पराली जलाने पर रोक लगाने को लेकर समीक्षा बैठक हुई. यह बैठक विभाग के संबंधित अधिकारियों के साथ उनके पटना कार्यालय मे घंटों चली.

ये भी पढ़ें:- रियल लाइफ की 'टॉयलेट एक प्रेम कथा': पति बोला बना दूंगा शौचालय, 2 साल बाद वापस ससुराल आयेगी जूही

पराली जलाने पर लगाई रोक

बैठक के दौरान आयुक्त संजय कुमार ने संबंधित अधिकारियों को पराली जलाने से हो रहे वातावरण प्रदूषण के बारे में बताया. इसके साथ ही उन्होंने पराली जलाने वाले किसानों को भी चिन्हित करने का आदेश दिया. जिसमें उन्हें कृषि विभाग की योजनाओं के लाभ से वंचित करने की बात कही. साथ-साथ इसकी जानकारी उन किसानों को मैसेज के माध्यम से भी देने को कहा. बैठक में यह तय किया गया कि ऐसे किसानों के पंजीकरण को 3 सालों तक डीबीटी पोर्टल पर पंजीकृत नहीं किया जाएगा.

अधिकारियों को दिए गए दिर्देश
इस बैठक के दौरान आयुक्त संजय अग्रवाल ने संबंधित पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जिले के कृषि पदाधिकारी के माध्यम से कृषि विभाग की ओर से तैयार शपथ पत्र और फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित बुकलेट प्रत्येक प्रखंड के लिए 500 प्रतियां उपलब्ध कराई जाए. साथ ही शहरी क्षेत्रों के विद्यालय के लिए 2000 प्रतियां जिला शिक्षा अधिकारी को भी उपलब्ध कराने का आदेश दिया.

पटना: बिहार में बढ़ते प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी चिंतित दिख रहे हैं. कई बार सीएम खुद वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी कर चुके हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बार भी राजगीर महोत्सव के दौरान आयुक्त और जिलाधिकारी को किसानों को पराली जलाने पर रोक लगाने की बात भी कही.

इस कड़ी में मंगलवार की देर शाम आयुक्त पटना प्रमंडल संजय कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में पराली जलाने पर रोक लगाने को लेकर समीक्षा बैठक हुई. यह बैठक विभाग के संबंधित अधिकारियों के साथ उनके पटना कार्यालय मे घंटों चली.

ये भी पढ़ें:- रियल लाइफ की 'टॉयलेट एक प्रेम कथा': पति बोला बना दूंगा शौचालय, 2 साल बाद वापस ससुराल आयेगी जूही

पराली जलाने पर लगाई रोक

बैठक के दौरान आयुक्त संजय कुमार ने संबंधित अधिकारियों को पराली जलाने से हो रहे वातावरण प्रदूषण के बारे में बताया. इसके साथ ही उन्होंने पराली जलाने वाले किसानों को भी चिन्हित करने का आदेश दिया. जिसमें उन्हें कृषि विभाग की योजनाओं के लाभ से वंचित करने की बात कही. साथ-साथ इसकी जानकारी उन किसानों को मैसेज के माध्यम से भी देने को कहा. बैठक में यह तय किया गया कि ऐसे किसानों के पंजीकरण को 3 सालों तक डीबीटी पोर्टल पर पंजीकृत नहीं किया जाएगा.

अधिकारियों को दिए गए दिर्देश
इस बैठक के दौरान आयुक्त संजय अग्रवाल ने संबंधित पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जिले के कृषि पदाधिकारी के माध्यम से कृषि विभाग की ओर से तैयार शपथ पत्र और फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित बुकलेट प्रत्येक प्रखंड के लिए 500 प्रतियां उपलब्ध कराई जाए. साथ ही शहरी क्षेत्रों के विद्यालय के लिए 2000 प्रतियां जिला शिक्षा अधिकारी को भी उपलब्ध कराने का आदेश दिया.

Intro:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में हो रहे वायु प्रदूषण पर काफी चिंतित दिख रहे हैं और इसी कड़ी में वह कई बार वायु प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी कर चुके हैं और इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बार भी राजगीर महोत्सव के दौरान आयुक्त और जिलाधिकारी को किसानों द्वारा जलाएं जा रहे हैं पराली पर रोक लगाने को लेकर बातें भी कहीं और मुख्यमंत्री के द्वारा जिला प्रशासन के संबंधित पदाधिकारियों को सख्त कदम उठाने की बातें भी कही थी ....

और इसी कड़ी में मंगलवार की देर शाम आयुक्त पटना प्रमंडल संजय कुमार अग्रवाल के अध्यक्षता में पराली जलाने पर रोक लगाने को लेकर समीक्षा बैठक उनके विभाग के संबंधित अधिकारियों के साथ उनके पटना कार्यालय मे घंटों चली.....


Body:बैठक के दौरान आयुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को पराली जलाने से हो रहे वातावरण प्रदूषण को लेकर चिंता जताई और इसके साथ ही वैसे किसानों को चिन्हित करने के आदेश दिए जो फसलों के अवशेष यानी कि पराली जलाते हैं वैसे सभी किसानों को फसल अवशेष जलाते हुए पाए जाने पर उन्हें कृषि विभाग की योजनाओं के लाभ से वंचित करने के साथ साथ इसकी जानकारी उन किसानों को s.m.s. के माध्यम के साथ देने और ऐसे किसानों के पंजीकरण को 3 वर्षों तक डीबीटी पोर्टल पर पंजीकृत नहीं करने के आदेश आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने जारी किए है....


Conclusion:इस बैठक के दौरान आयुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को दिशा निर्देश दिया कि जिला के कृषि पदाधिकारी के माध्यम से कृषि विभाग द्वारा तैयार शपथ पत्र तथा फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित बुकलेट प्रत्येक खंड के लिए 500 प्रतियां तथा शहरी क्षेत्रों के विद्यालय के लिए 2000 प्रतियां जिला शिक्षा अधिकारी को भी उपलब्ध करा दें.....

आयुक्त ने सभी जिला पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिला कृषि पदाधिकारियों के साथ-साथ समन्वयक बनाए रखते हुए अनुश्रवण करें कि कोई भी किसान पराली ना जलाएं इस बैठक के दौरान कृषि विभाग द्वारा जारी किए गए निर्देश के आलोक में एक विशेष टीम गठित करने की बातें भी आयुक्त संजय अग्रवाल ने कही जो फसल अवशेष जलाने वाले किसानों कि खेतों का निरीक्षण करेगी ।।

Last Updated : Nov 26, 2019, 11:58 PM IST
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