ETV Bharat / state

पटना मेट्रो प्रोजेक्ट की समीक्षा के बाद आज साइट का निरीक्षण करेंगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार - Patna Metro Rail Corporation Limited

पटना मेट्रो के निर्माण कार्यों का जायजा खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लेंगे. समीक्षा बैठक के बाद सीएम नीतीश जमीनी हकीकत को जानेंगे. सीएम नीतीश शाम 4.30 बजे साइट का निरीक्षण कार्य करेंगे. पटना मेट्रो के पहले फेज का काम जारी है. अन्य दो कॉरिडोर पर भी काम प्रगति पर है.

पटना मेट्रो प्रोजेक्ट
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट
author img

By

Published : Apr 2, 2022, 1:25 PM IST

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar)आज पटना मेट्रो प्रोजेक्ट (Patna Metro Project) का निरीक्षण करेंगे. शाम 4.30 बजे सीएम का निरीक्षण शुरू होगा. बता दें कि सीएम नीतीश ने 1 अप्रैल को आलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी. मीटिंग में जो भी तथ्य निकलकर सामने आए उसकी जमीनी हकीकत जानने के लिए सीएम नीतीश खुद निर्माण स्थल पर पहुंचकर प्रोग्रेस देखेंगे. पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले फेज का काम जारी है. अभी एलिवेटेड हिस्से पर काम चल रहा है. इस प्रोजेक्ट के दो कॉरिडोर 2024 में पूरा करने का लक्ष्य है.

ये भी पढ़ें- पटना मेट्रो परियोजना के निर्माण में आई तेजी, 2024 से शुरू होना है फेज-वन का संचालन

इन रूट पर चल रहा काम : मलाही पकरी से न्यू आईएसबीटी रूट तक एलिवेटेड कॉरिडोर का कार्य प्रगति पर है. अशोक राजपथ पर भी मेट्रो का काम शुरू हो चुका है. इसके अलावा दो कॉरिडोर के तहत गांधी मैदान और अन्य स्थानों पर घेराबंदी भी की गई है. मिट्टी की जांच दूसरे कॉरिडोर की भी शुरू हो गयी है. निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काम में तेजी लाने के निर्देश दे सकते हैं. निर्माण में आने वाली परेशानियों को कैसे दूर किया जाए उसकी नीति तैयार कर सकते हैं.

2018 में पटना मेट्रो को मिली थी मंजूरी: पटना में मेट्रो प्रोजेक्ट को 2018 में बिहार सरकार ने मंजूरी दी थी. बिहार सरकार ने 2018 में ही पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (Patna Metro Rail Corporation Limited) के गठन को मंजूरी दी थी. दिल्ली मेट्रो को ही पटना मेट्रो प्रोजेक्ट बनाने की जिम्मेवारी दी गई है. कुल 26 स्टेशन बनाने की तैयारी है. दो कोरिडोर में इसमें काम चल रहा है. पहले कोरिडोर में 14 स्टेशन बनेंगे जिसमें दानापुर छावनी, सगुना मोड़, आरपीएस मोड़, पाटलिपुत्र, रुकनपुरा, राजा बाजार, जू, विकास भवन, विद्युत भवन, पटना जंक्शन, मीठापुर, कृष्ण नगर, जगनपुरा और खेमनीचक शामिल है. तो वहीं दूसरे कॉरिडोर में 12 स्टेशन बनाए जाएंगे जिसमें पटना जंक्शन, अकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच अस्पताल, पटना विश्वविद्यालय, मोइनुल हक स्टेडियम, राजेंद्र नगर, मलाही पकडी, भूतनाथ रोड जीरो माइल, आईएसबीटी शामिल है. दोनों ही कॉरिडोर में दो-दो इंटरचेंज स्टेशन होंगे.


पटना मेट्रो प्रोजेक्ट की मुख्य बातें
2016 में ही राइट्स ने इसका डीपीआर तैयार किया था.
2018 में बिहार सरकार ने मेट्रो प्रोजेक्ट की स्वीकृति दी थी.
13 फरवरी 2019 को केंद्र सरकार ने मेट्रो प्रोजेक्ट की स्वीकृति दे दी थी.
25 सितंबर 2019 को दिल्ली मेट्रो रेल निगम के साथ एग्रीमेंट हुआ था.
22 सितंबर 2020 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मेट्रो परियोजना की शुरुआत की.
32 .49 किलोमीटर लंबाई में मेट्रो के दोनों कॉरिडोर का निर्माण होना है.
17.93 किलोमीटर लंबा है दानापुर मीठापुर ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर.
14.5 किलोमीटर लंबा है पटना स्टेशन-ISBT नॉर्थ साउथ कॉरिडोर.
नॉर्थ साउथ कॉरिडोर का 7.9 किलोमीटर से अधिक लंबाई भूमिगत होगा.
मेट्रो प्रोजेक्ट के पूरा होने की लागत 13590 करोड़ आएगी.



बता दें कि पटना मेट्रो प्रोजेक्ट पर 13590 करोड़ से भी अधिक की राशि खर्च होगी. 20 फीसदी राज्य और 20 फीसदी राशि केंद्र सरकार का होगा. जबकि 60 फीसदी अन्य वित्तीय संस्थानों से ली जा रही हैं. जमीन अधिग्रहण में काफी समय लगा है. उसके कारण ही इस परियोजना पर असर पड़ा है. इसके साथ फंड नहीं होने के कारण भी परियोजना की गति में असर पड़ा है.


विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP


पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar)आज पटना मेट्रो प्रोजेक्ट (Patna Metro Project) का निरीक्षण करेंगे. शाम 4.30 बजे सीएम का निरीक्षण शुरू होगा. बता दें कि सीएम नीतीश ने 1 अप्रैल को आलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी. मीटिंग में जो भी तथ्य निकलकर सामने आए उसकी जमीनी हकीकत जानने के लिए सीएम नीतीश खुद निर्माण स्थल पर पहुंचकर प्रोग्रेस देखेंगे. पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले फेज का काम जारी है. अभी एलिवेटेड हिस्से पर काम चल रहा है. इस प्रोजेक्ट के दो कॉरिडोर 2024 में पूरा करने का लक्ष्य है.

ये भी पढ़ें- पटना मेट्रो परियोजना के निर्माण में आई तेजी, 2024 से शुरू होना है फेज-वन का संचालन

इन रूट पर चल रहा काम : मलाही पकरी से न्यू आईएसबीटी रूट तक एलिवेटेड कॉरिडोर का कार्य प्रगति पर है. अशोक राजपथ पर भी मेट्रो का काम शुरू हो चुका है. इसके अलावा दो कॉरिडोर के तहत गांधी मैदान और अन्य स्थानों पर घेराबंदी भी की गई है. मिट्टी की जांच दूसरे कॉरिडोर की भी शुरू हो गयी है. निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काम में तेजी लाने के निर्देश दे सकते हैं. निर्माण में आने वाली परेशानियों को कैसे दूर किया जाए उसकी नीति तैयार कर सकते हैं.

2018 में पटना मेट्रो को मिली थी मंजूरी: पटना में मेट्रो प्रोजेक्ट को 2018 में बिहार सरकार ने मंजूरी दी थी. बिहार सरकार ने 2018 में ही पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (Patna Metro Rail Corporation Limited) के गठन को मंजूरी दी थी. दिल्ली मेट्रो को ही पटना मेट्रो प्रोजेक्ट बनाने की जिम्मेवारी दी गई है. कुल 26 स्टेशन बनाने की तैयारी है. दो कोरिडोर में इसमें काम चल रहा है. पहले कोरिडोर में 14 स्टेशन बनेंगे जिसमें दानापुर छावनी, सगुना मोड़, आरपीएस मोड़, पाटलिपुत्र, रुकनपुरा, राजा बाजार, जू, विकास भवन, विद्युत भवन, पटना जंक्शन, मीठापुर, कृष्ण नगर, जगनपुरा और खेमनीचक शामिल है. तो वहीं दूसरे कॉरिडोर में 12 स्टेशन बनाए जाएंगे जिसमें पटना जंक्शन, अकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच अस्पताल, पटना विश्वविद्यालय, मोइनुल हक स्टेडियम, राजेंद्र नगर, मलाही पकडी, भूतनाथ रोड जीरो माइल, आईएसबीटी शामिल है. दोनों ही कॉरिडोर में दो-दो इंटरचेंज स्टेशन होंगे.


पटना मेट्रो प्रोजेक्ट की मुख्य बातें
2016 में ही राइट्स ने इसका डीपीआर तैयार किया था.
2018 में बिहार सरकार ने मेट्रो प्रोजेक्ट की स्वीकृति दी थी.
13 फरवरी 2019 को केंद्र सरकार ने मेट्रो प्रोजेक्ट की स्वीकृति दे दी थी.
25 सितंबर 2019 को दिल्ली मेट्रो रेल निगम के साथ एग्रीमेंट हुआ था.
22 सितंबर 2020 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मेट्रो परियोजना की शुरुआत की.
32 .49 किलोमीटर लंबाई में मेट्रो के दोनों कॉरिडोर का निर्माण होना है.
17.93 किलोमीटर लंबा है दानापुर मीठापुर ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर.
14.5 किलोमीटर लंबा है पटना स्टेशन-ISBT नॉर्थ साउथ कॉरिडोर.
नॉर्थ साउथ कॉरिडोर का 7.9 किलोमीटर से अधिक लंबाई भूमिगत होगा.
मेट्रो प्रोजेक्ट के पूरा होने की लागत 13590 करोड़ आएगी.



बता दें कि पटना मेट्रो प्रोजेक्ट पर 13590 करोड़ से भी अधिक की राशि खर्च होगी. 20 फीसदी राज्य और 20 फीसदी राशि केंद्र सरकार का होगा. जबकि 60 फीसदी अन्य वित्तीय संस्थानों से ली जा रही हैं. जमीन अधिग्रहण में काफी समय लगा है. उसके कारण ही इस परियोजना पर असर पड़ा है. इसके साथ फंड नहीं होने के कारण भी परियोजना की गति में असर पड़ा है.


विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.