पटना: 'सोशल साइट पर मेरे खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है' बिहार के सीएम नीतीश कुमार सोशल मीडिया से परेशान हैं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया ने परेशान कर रखा है. फालतू की बातें घर-घर पहुंचाई जा रही और हमारे द्वारा किए गए अच्छे कामों की पूछ नहीं हो रही है.
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार लंबे अंतराल के बाद जल जीवन जागरुकता अभियान को लेकर आज परिचर्चा में शामिल हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि महीने के पहले मंगलवार को जागरुकता अभियान का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बिहार में वनों की स्थिति झारखंड के बंटवारा के बाद काफी खराब थी. लेकिन अब 15% से अधिक हो चुका है. जल जीवन हरियाली अभियान के तहत बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया गया है, हांलाकि इस दौरान वे गुस्से में भी नजर आए.
'कोरोना काल में हमारे खिलाफ कितना दुष्प्रचार किया गया. बिहार सरकार ने कोरोना काल में फंसे लोगों के लिए क्या नहीं किया, फिर भी तरह-तरह की बातें कही गई. बिहार की सरकार कुछ नहीं कर रही, जबकि सरकार ने बाहर फंसे लोगों के खाते में एक-एक हजार रुपये भिजवाया. फिर भी कुछ लोग कहते थे कि कुछ राज्य बसों से भरकर अपने लोगों को वापस ला रहे और हमलोग चुप-चाप बैठ हैं. केंद्र सरकार ने गाइडलाइन में जैसे ही बदलाव किया हमलोगों ने भी बाहर फंसे लोगों को वापस लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, हमलोग जो काम करते हैं वो घर -घर नहीं पहुंचती. लेकिन जहां कुछ कमी रह जाती है वो बातें घर-घर पहुंच जाती है'. नीतीश कुमार, सीएम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगे कहा कि राजगीर ऑडिनेंस फैक्ट्री के आसपास अगल 2 साल तक वर्षा न हो फिर कोई परेशानी नहीं होगी. ऐसा इसलिए क्यों कि वहां पर बड़े-बड़े तालाब बनाए गए हैं जिससे बारिश की पानी का संरक्षण होता है. यह मॉडल पूरे बिहार में लागू करने की जरूरत है.
बिहार में जल जीवन हरियाली अभियान पर 3 सालों में 25000 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की जानी है और अब 11 अवयवों पर काम हो रहा है जिसमें अंतिम अवयव जागरूकता अभियान है और उसी के तहत आज कार्यक्रम का आयोजन हुआ