पटना: 7 जून से बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार की प्रमुख सत्ताधारी दल बीजेपी और जदयू ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. जहां बीजेपी की ओर से वर्चुअल रैली आयोजित की गई. तो वहीं, नीतीश कुमार ने बूथ लेवल पर कार्यकर्ताओं से संवाद किया.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 12 जून तक राज्य के सभी 38 जिलों के प्रत्येक बूथ से कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे. रविवार को सीएम ने मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर और पूर्वी चंपारण जिलों के कार्यकर्ताओं से फीडबैक भी लिया और उन्हें चुनाव की तैयारी के लिए दिशा-निर्देश भी दिया.
38 जिलों के कार्यकर्ताओं से संवाद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक अन्ने मार्ग से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ इस अभियान की शुरुआत की है. लॉकडाउन के बाद पहली बार जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संगठन आरसीपी सिंह के साथ मुख्यमंत्री ने पार्टी नेताओं से फीडबैक लेना शुरू किया है और आने वाले 5 दिनों में सभी जिलों के संगठन के बूथ लेवल तक के नेताओं और कार्यकर्ताओं से से फीडबैक लेंगे.
मुख्यमंत्री का 8 जून से 12 जून तक अभियान कुछ इस प्रकार से रहेगा:-
- 8 जून को दरभंगा, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज, सहरसा, सुपौल और मधेपुरा जिलों के कार्यकर्ता से संवाद करेंगे.
- 9 जून को सिवान गोपालगंज, वैशाली और सारण जिलों के कार्यकर्ताओं से करेंगे संवाद
- 10 जून को समस्तीपुर, खगड़िया, बेगूसराय, भागलपुर, बांका, मुंगेर, जमुई, शेखपुरा और लखीसराय के कार्यकर्ताओं से करेंगे संवाद
- 11 जून को पटना, नालंदा, भोजपुर, रोहतास, कैमूर और बक्सर जिलों के कार्यकर्ताओं से करेंगे संवाद
- 12 जून को जहानाबाद, अरवल, नवादा, गया, औरंगाबाद जिलों के कार्यकर्ताओं से करेंगे संवाद
'सीएम तय करेंगे आगे की रणनीति'
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार विधान परिषद का चुनाव होना है. शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के आठ सीटों पर भी जदयू की नजर है. विधान परिषद चुनाव में भी बीजेपी के साथ मिलकर अधिक से अधिक सीट पर जीत हासिल करने की कोशिश पार्टी की होगी और आज से शुरू हुआ नेताओं और कार्यकर्ताओं से संवाद इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. ऐसे नीतीश कुमार फीडबैक लेने के बाद आगे की रणनीति भी तय करेंगे.