पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हज यात्रियों की रवानगी से पहले हज भवन में आयोजित दुआईया मजलिस में शिरकत की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों 2020 और 2021 में कोरोना के कारण हज यात्रा में लोग नहीं जा सके थे. पहले कभी हमने हज यात्रियों की इतनी बड़ी संख्या नहीं देखी थी. इस बार बड़ी संख्या में महिलायें भी हज यात्रा पर जा रही हैं, यह काफी खुशी की बात है. उन्होंने सभी हज यात्रियों को मुबारकबाद भी दी.
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"हज यात्रियों की रवानगी के लिये ये कार्यक्रम आयोजित होता है. मुझे अनेक बार इस कार्यक्रम में आने का मौका मिला है. इस कार्यक्रम में शामिल होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है. हम भी वहाँ जा चुके हैं. यह अलग बात है कि मुझे अंदर जाने का मौका नहीं मिला. आप सभी समाज में भाईचारा और अमन-चैन कायम होने की दुआ करेंगे. कुछ लोग बेमतलब झंझट पैदा करने की कोशिश में लगे रहते हैं. संविधान में जो उल्लेखित नहीं है, आज कल वह बातें भी हो रही हैं. देश का इतिहास और आजादी की बातें बदलने की कोशिश हो रही है. देश सुरक्षित रहे, इसके लिये भी आप सभी दुआ कीजियेगा"- नीतीश कुमार, सीएम
हज पर जा रहे हैं 5,638 हजार यात्री: आपको बता दें कि पिछले वर्ष 2022 में कम लोग ही हज यात्रा पर गये थे, क्योंकि 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को हज यात्रा पर जाने की इजाजत नहीं थी. इस बार 5,638 हज यात्री पवित्र हज यात्रा पर जा रहे हैं, इनमें 2,399 महिलायें शामिल हैं. हज यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसे ध्यान में रखते हुये 15 सरकारी लोगों को आपसी समन्वय के लिये लगाया गया है. दुआईया मजलिस में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी एवं बिहार राज्य हज कमिटी के चेयरमैन अब्दुल हक ने भी संबोधित किया.