पटना: सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज जनता दरबार (Janta Darbar In Patna) में लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं. सीएम के दरबार में सोमवार को गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग समेत कई अन्य विभागों से संबंधित अपनी समस्याएं लेकर लोग पहुंचे हैं. इस दौरान समस्तीपुर से एक बुजुर्ग सरकारी जमीन को हड़पने का मामला लेकर पहुंचे, जिस पर सीएम ने तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
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दरअसल, सीएम के जनता दरबार में समस्तीपुर से पहुंचे एक फरियादी ने बताया कि गांव के ही कुछ लोगों ने हाई स्कूल की जमीन पर कब्जा कर लिया है और उस पर घर बनाया जा रहा है. साथ ही ये भी बताया कि सात निश्चय योजना के तहत होने वाले जल जीवन हरियाली अभियान के काम को भी बाधित किया जा रहा है. गांव के कुछ लोग पोखर उड़ाही के काम को बाधित कर रहे हैं. नियम की अंदेखी कर अपना मकान बनाया जा रहा है.
फरियादी की बात सुनकर सीएम ने काफी हैरत के साथ कहा कि ये तो ठीक नहीं है. उन्होंने तुरंत संबंधित विभाग को फोन लगवाकर कहा कि 'पता किजीए समस्तीपुर में हाई स्कूल की जमीन पर कब्जा होने की बात सामने आई है और जल जीवन हरियाली योजना के कार्य को भी बाधित किया जा रहा है. इसको देखिये कि ये सब कैसे हो रहा है. तुरंत हटवाइये इसको'.
बता दें कि जनता दरबार में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम हर महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.
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जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.
वहीं, जनता दरबार के बाहर भी बड़ी संख्या में लोग इस उम्मीद से पहुंच रहे हैं कि मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात हो जाएगी. लेकिन इस बार जनता दरबार में शिकायत सुनने की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है. इस कारण जनता दरबार के बाहर आए लोगों को बिना मुख्यमंत्री से मिले ही लौटना पड़ता है.
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