पटना: क्या फिर से बिहार में सियासी समीकरण बदलेंगे? यह सवाल इसलिए क्योंकी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आरजेडी कोटे के मंत्रियों को नसीहत पर नसीहत दे रहे हैं, ऐसे में कयासों को बल मिल रहा हैं. बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के बयानों से नीतीश पहले ही नाराज है. बुधवार को सदन में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर नीतीश कुमार ने यह कह कर अपनी नाराजगी जता दी थी कि, कैबिनेट में प्रस्ताव जाने से पहले ही लीक हो जाता है.
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आरजेडी नेताओं को नीतीश की नसीहत : बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की पार्टी समेत सात महागठबंधन की सरकार चल रही है. महागठबंधन में खटपट को लेकर बीजेपी सवाल उठाती है तो आरजेडी के नेता भी उन सवालों को समय समय पर हवा देने से नहीं चूकते. बीजेपी ने सवाल पूछा कि क्या सच में तेजस्वी को सीएम नीतीश बिहार की बागडोर सौंपेंगे?. सियासी हलचल शुरू हुई तो तेजस्वी ने खुद सवाल का जवाब दिया और कहा कि ''नीतीश जी को हम लोगों ने मिलकर नेता चुना है, इसमें महागठबंधन के सभी घटक दलों की सहमति है, इसमें किसी को कोई शक नहीं है.''
'कैबिनेट की बात को सार्वजनिक कर दे रहे हैं' : लेकिन बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को लेकर जिस तरह नीतीश की नाराजगी सामने आई, महागठबंधन में खटपट की बातों को एक बार फिर बल मिला. दरअसल, नीतीश कुमार रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयानों से पहले ही शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर नाराज है. इसके बाद मंत्री ने कैबिनेट की बैठक से पहले ही शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर सोशल मीडिया पर जानकारी साझा कर दी. शिक्षा मंत्री ने सातवें चरण की शिक्षक नियुक्ति नियमावली का ब्योरा कैबिनेट में जाने के पहले ही लीक कर दिया. जिसके बाद बुधवार को विधानसभा में नीतीश कुमार ने उन्हें नसीहत दे दी.
''कैबिनेट की बात पहले ही ये मीडिया में बता देते हैं. कैबिनेट में भेजे जाने की बात सार्वजनिक नहीं किया जाता है. कैबिनेट में पास होने के बाद घोषणा होती ही है. लेकिन, हम अखबार में देखे कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के हवाले से खबर छप चुकी थी. कैबिनेट में भेजे जाने की बात को सार्वजनिक नहीं किया जाता है. संविधान में प्रावधान है, लेकिन अखबार में छपने लगा कि कैबिनेट में प्रस्ताव भेज दिया गया है तो यह ठीक नहीं है.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
आरजेडी मंत्रियों को नसीहत, मजबूरी या..! : वहीं दूसरी तरफ, मुजफ्फरपुर के कांटी में युवक की हत्या मामले में मंत्री इसराइल मंसूरी पर आरोप लगाए जाने के बाद भी मुख्यमंत्री की किरकिरी हो रही है. बीजेपी ने इस हत्याकांड को बुधवार को सदन में उठाया था और मुख्यमंत्री से जवाब मांगा था. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष को जांच का भरोसा दिया था. साथ ही सीएम ने मंत्री को नसीहत दी. ऐसा नही कि नीतीश की नाराजगी आरजेडी के मंत्रियों सर ऐसे ही हुई है. कहा जा रहा है कि नीतीश के खिलाफ आरजेडी नेता बयान दे रहे हैं और पार्टी कारवाई तक नहीं कर पा रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि नीतीश भी मौका मिलते ही मंत्रियों को नसीहत देने से नहीं चूक रहे हैं.