पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया. उन्होंने दरभंगा, मधुबनी, शिवहर, सीतामढ़ी और मोतिहारी के हवाई सर्वेक्षण के बाद अधिकारियों को पर्याप्त संख्या में रिलीफ कैंप और कम्यूनिटी किचन बनाने का निर्देश दिया है. हवाई सर्वेक्षण से पहले मुख्यमंत्री ने एक अणे मार्ग में आपात बैठक भी की. वहां उन्होंने बाढ़ ग्रस्त जिलों के बारे में अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट ली.
बैठक में वरीय अधिकारी रहे मौजूद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपात बैठक बुलाई. जिसमें जल संसाधन मंत्री संजय झा, मुख्य सचिव दीपक कुमार के साथ जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत मौजूद रहे. इन लोगों ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों की विस्तृत जानकारी सीएम को दी. जिसके बाद सीएम ने हवाई सर्वेक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया.
क्यों हैं ऐसे हालात?
बता दें कि पिछले तीन-चार दिनों में नेपाल के तराई इलाकों में पिछले वर्षों के 50 मिलीमीटर औसत वर्षापात की तुलना में इस वर्ष 280 से 300 मिलीमीटर वर्षापात रिकॉर्ड किया गया है. इसी के कारण फ्लैश फ्लड की स्थिति उत्पन्न हुई है. हालांकि मुख्यमंत्री खुद स्थिति पर नजर रखे हुए हैं.
स्थिति से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने कई निर्देश दिए हैं:
- मुख्यमंत्री ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेज करने का निर्देश भी दिया
- राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टुकड़ियां तैनात कर दी गई है
- मुख्यमंत्री ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों में समुचित रिलीफ कैंप और कम्युनिटी किचन बनाने का निर्देश दिया है
- भोजन की गुणवत्ता और साफ-सफाई पर विशेष रूप से ध्यान देने का भी निर्देश दिया है
- मानव और पशु दवा की समुचित व्यवस्था करने के लिये कहा है
- पशुओं के लिए चारा की व्यवस्था करने का भी जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया है
- बाढ़ ग्रस्त इलाकों पर नजर रखने के लिए आपदा विभाग की ओर से पटना में कंट्रोल रूम बनाया गया है
- बाढ़ ग्रस्त जिलों में भी कंट्रोल रूम बनाया गया है जिसका नंबर भी जारी कर दिया गया