पटना: नशा मुक्ति दिवस (Bihar Drug Addiction Day 2021) के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने पटना के ज्ञान भवन में कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए डीजीपी, मुख्य सचिव सहित सभी आलाधिकारियों को शपथ (Oath On Liquor Ban In Bihar) दिलायी. मुख्यमंत्री ने डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी को सख्त निर्देश दिया कि शराबबंदी कानून को हर हाल में लागू कराएं और पहले पटना को कंट्रोल करें. इस दौरान सीएम पुलिस का पक्ष (CM Nitish defend police raid) लेते नजर आए. इतना ही नहीं सीएम ने बिना महिला कांस्टेबल के तलाशी लेने को भी सही करार दे दिया.
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दरअसल, शराबबंदी को लेकर पुलिस को सख्ती बरतने के आदेश सीएम ने दिए हैं. सीएम की पुलिस पर इसका गलत फायदा उठाने का आरोप लगा था. पुलिस एक शादी समारोह में शराब ढूंढती (Police raids at wedding halls in Patna) हुई पहुंची थी. इस दौरान महिला पुलिस कर्मी के बिना ही पुलिस ने एक-एक कमरे की तलाशी ली. हद तो तब हो गई जब महिलाओं के कमरे में भी पुलिस बेधड़क घुस गई. इस पर सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया है.
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शपथ फिर से दिलाने की क्या जरूरत थी, उसके बारे में भी मुख्यमंत्री ने बताया और पुलिस की कार्रवाई पर विपक्ष के आरोप लगाने पर भी जवाब दिया. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि न तो पर्यटक घटे हैं और ना ही बिहार को राजस्व कम मिल रहा है. बल्कि लोगों की आय बढ़ी है और खर्च भी लोग अधिक कर रहे हैं. कुछ लोग गड़बड़ करने वाले जरूर हैं.
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"सारे विभाग यहां मौजूद हैं. बस एक चीज पूछना है सबलोग शपथ लिए या सिर्फ हाथ में कागज लेकर खड़े हो गए. जब शपथ लिया जाएगा तभी बात समझ में आएगी. चंद लोगों को तो बात समझ में आ ही नहीं सकती, ये मैं मानता है. जो बच गए हैं उनका शपथ करवाइये. देख लीजिए कि सब शपथ लिया है. केवल कगजवा लेकर खड़ा तो नहीं था, जरूर देखिएगा."- नीतीश कुमार,सीएम, बिहार
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ज्ञान भवन में खुद भी शपथ लिया और सब को शपथ दिलाया. दोनों उपमुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, मद्य निषेध मंत्री, पीएचईडी मंत्री, खाद्य आपूर्ति मंत्री सहित बिहार सरकार के सभी आला अधिकारी ने मुख्यमंत्री के साथ शपथ लिया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े सभी जिलों के अधिकारियों ने भी शराबबंदी को सफल बनाने का संकल्प लिया.
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"जो भी कानून तोड़ेगा, दाएं बाएं करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. सबसे ज्यादा गड़बड़ पटना में करता है. पटना में जब सब कंट्रोल हो जाएगा तो बाकी जगह भी कोई हिम्मत नहीं करेगा. अगर पुलिस को शराब होने की जानकारी मिलेगी तो जाएगी नहीं. कमरे में महिला रहेगी तो क्या पुलिस अपना काम नहीं करेगी. अपना काम पुलिस कर रही है तो क्या ये गुनाह है."- नीतीश कुमार,सीएम,बिहार
मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए डीजीपी और मुख्य सचिव को साफ निर्देश दिया कि सब को शपथ दिलाइये. साथ ही शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने का भी आला अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया. वहीं अधिकारियों को कहा कि पहले पटना को कंट्रोल में कीजिए पटना कंट्रोल में आ जाएगा तो पूरे बिहार में मैसेज जाएगा. मुख्यमंत्री ने पुलिस एक्शन पर विपक्षी दल के नेताओं की ओर से बयानबाजी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पुलिस को सूचना मिलेगी तो जांच करेगी ही. कुछ जगह जानकारी गलत भी हो सकती है, लेकिन इसके लिए किसी को छोड़ा नहीं जा सकता है.
इस दौरान सीएम ने अपनी पुलिस का पक्ष भी रखा. दरअसल कुछ दिनों से पुलिस पर मनमानी करने का आरोप लग रहा है. पटना के एक मैरिज हॉल में पुलिस ने रेड डाली थी. इसे लेकर काफी हंगामा हुआ था. पुलिस पर महिलाओं के कमरे की तलाशी को लेकर सवाल उठाए गए थे. बिना महिला पुलिस के छापेमारी करने पर कई सवाल उठाए गए थे. सीएम ने मंच से कहा कि पुलिस को पता चलेगा तो कार्रवाई करेगी ही, ऐसा करना गुनाह नहीं है.
दरअसल शराबबंदी कानून को विपक्ष लगातार असफल बताने में लगा है और पुलिस पर निशाना साधा जा रहा है. नीतीश कुमार ने एक तरह से पुलिस का बचाव किया है. मुख्यमंत्री ने विपक्ष की ओर से दिए जा रहे बयान पर साफ कहा सब ने शराबबंदी लागू करने की शपथ ली थी लेकिन अब राजनीति कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि ना तो बिहार का राजस्व घटा है और ना ही पर्यटक.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट का भी मुख्यमंत्री ने हवाला दिया और कहा कि बिहार में शराबबंदी के बाद यह रिपोर्ट आया है. इस रिपोर्ट में साफ है कि शराब से कितने लोगों की मौत होती है और क्या-क्या नुकसान होता है. इसे भी तो लोगों को देखना चाहिए. मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि जहरीली शराब से जो मौत हो रही है, उसका खूब प्रचार करने की जरूरत है.
दोनों उपमुख्यमंत्री और बिहार सरकार के मंत्रियों ने मुख्यमंत्री के शराबबंदी के फैसले की जमकर तारीफ की. इस मौके पर जागरूकता अभियान के लिए मोबाइल से मुख्यमंत्री के शराबबंदी प्रचार अभियान की शुरुआत की गई तो, वहीं कार्यक्रम में शराबबंदी को लेकर कई लघु फिल्म भी दिखाए गए. किलकारी के बच्चों ने अपनी प्रस्तुति भी दी. ज्ञान भवन में बच्चों की पेंटिंग प्रदर्शनी भी लगाई गई थी. कुल मिलाकर मुख्यमंत्री ने ज्ञान भवन से शराबबंदी अभियान में गड़बड़ी करने वालों को मैसेज देने की कोशिश की, वहीं अधिकारियों को हर हाल में इस कानून को सफल बनाने का निर्देश दिया गया है.
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