पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत-चीन सीमा के हालात पर चर्चा के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सबसे बैठक बुलाने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. उन्होंने बैठक में शामिल सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों का अभिनंदन किया. सीएम नीतीश ने कहा की चीन की हरकत से पूरे देश में आक्रोश है. सभी लोग एकजुट हैं और इसका बदला लेना चाहते हैं.
'चीन के सामान का हो बहिष्कार'
बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने गलवान घाटी में शहीद हुए सभी जवानों के प्रति अपने और अपनी पार्टी की तरफ से श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि शहीद होने वाले 20 जवानों में से 5 जवान बिहार के थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपनी तरफ से शहीदों के सम्मान में उनके परिवार के लिए हर संभव मदद कर रही है. पूरे देश में इस घटना के कारण आक्रोश है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देश की एकता और अखंडता का सवाल है. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरा देश एकजुट है. इसमें राजनीति दलों के बीच कोई मतभेद नहीं है.
'बायोलॉजिकल लैब से निकला कोरोना वायरस'
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत ने अपनी तरफ से हमेशा कोशिश की है कि चीन के साथ अच्छा संबंध हो. बचपन में वे हिंदी चीनी भाई-भाई का नारा सुना करते थे. लेकिन चीन का रवैया भारत के प्रति अच्छा नहीं रहा है और उसे भारत से चिढ़ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सच्चाई जो भी हो आम धारणा यही है कि दुनिया में कोरोना वायरस वुहान के बायोलॉजिकल लैब से ही निकला है. उन्होंने कहा कि विश्व में फैला कोरोना वायरस नेचुरल नहीं है क्योंकि इसका तापमान, मौसम और क्षेत्र से कोई संबंध नहीं है.
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'चाइनीज सामानों से पर्यावरण को नुकसान'
नीतीश कुमार ने कहा कि चीन से जो भी सामान अपने देश में आता है उसके कारण पर्यावरण पर भी बुरा असर हो रहा है. चीन के खिलौने और इलेक्ट्रॉनिक आइटम भारतीय बाजार में काफी संख्या में बिक रहे हैं. खिलौनों में प्लास्टिक का बहुत ज्यादा प्रयोग होता है, जो इको फ्रेंडली भी नहीं है. इससे पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है. चाइनीज सामानों के कारण इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट जेनरेट हो रहा है. यह पर्यावरण के लिए गंभीर संकट पैदा कर रहा है.
'स्वदेशी सामानों को दें बढ़ावा'
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि चीन का उत्पाद टिकाऊ नहीं है. मूल्य कम होने की वजह से लोग इसे खरीद लेते हैं. उन्होंने कहा कि हम लोग बिना किसी कारण विवाद नहीं करते हैं. हम लोग चीनी उत्पाद की खरीदारी ना करें इसके लिए पूर्व के समझौते पर भी विचार करने की जरूरत है. हमलोगों को स्वदेशी सामानों को बढ़ावा देना चाहिए. यह प्रधानमंत्री जी की प्राथमिकता सूची में भी है.
'पूरा देश है प्रधानमंत्री के साथ'
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा देश आगे बढ़े इसके लिए हम सब एकजुट हैं. यदि चीन हमें अपमानित कर रहा है तो इसे बर्दाश्त करने की जरूरत नहीं है. चीन अगर भारत के भूभाग पर कब्जा करने के बारे में सोचता है तो यह उसके लिए संभव नहीं है. हम सभी को एकजुट रहना चाहिए. सभी दलों का कर्तव्य है कि एकजुट होकर केंद्र का समर्थन करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय प्रधानमंत्री जी को लेना है. प्रधानमंत्री जो भी निर्णय लेंगे हम सभी उनके साथ हैं. बता दें कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की शुरुआत में भारत-चीन सीमा पर स्थित गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों के प्रति सभी लोगों ने 2 मिनट का मौन भी रखा और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.