पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल फागू चौहान ने मोहर्रम की दसवीं तारीख के मौके पर हजरत इमाम हुसैन साहब की कुर्बानियों को नमन किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मैदान-ए-कर्बला में अन्याय, जुल्म, अहंकार के विरुद्ध हक और सच्चाई के लिए हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की ओर से दी गई कुर्बानी अमर है. इसे कयामत तक याद किया जाएगा. इससे प्रेरणा लेकर हमें इंसानियत सच्चाई और भलाई के लिए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लोगों से अपील की है कि वे हजरत इमाम हुसैन की कुर्बानियों को याद करें और सच इंसानियत हक और भलाई के आदर्शों को अपनाते हुए बुराई अहंकार और आतंक के विरुद्ध वातावरण बनाएं.
राज्यपाल ने इमाम हुसैन की शहादत को किया याद
राज्यपाल ने कहा कि अन्याय और शोषण के खिलाफ सच्चाई और ईमानदारी के रास्ते पर चलते हुए हजरत इमाम हुसैन साहब ने अपनी शहादत दी थी. मोहर्रम की दसवीं तारीख पर हम उनकी शहादत को याद कर अपने देश में सद्भावना, प्रेम, भाईचारा और शांति के विकास हेतु संकल्पित होते हैं. राज्यपाल ने बिहार वासियों से अनुरोध किया है कि देश प्रेम, शांति, समानता और राष्ट्रीयता की भावना को सुदृढ़ करने के लिए सदैव तत्पर रहें.
कोरोना से सचेत रहने की अपील
मुख्यमंत्री ने राज्य वासियों से मोहर्रम को आपसी सौहार्द के साथ मनाए जाने की अपील करते हुए कहा कि वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति को सचेत रहना नितांत आवश्यक है. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव का सबसे अच्छा उपाय सोशल डिस्टेंसिंग है. सब के सहयोग से ही इस महामारी से निपटने में सफलता मिलेगी.