पटना: बिहार में चुनाव के जंग की आगाज हो चुकी है. महागठबंधन में तमाशा शुरू हो गया है और साथ ही सीटों के बंटवारे पर अब तक एक राय नहीं बन पाई है. दोनों दल अलग-अलग बैठक कर कर रहे हैं. हालांकि राजद की तरफ से अल्टीमेटम दिया जा चुका है. वहीं सूत्रों के मुताबिक राजद आलाकमान से ही कांग्रेस के नेता से शीर्ष स्तर पर बात कर रहे हैं.
राजद ने दिया 58+1 का फार्मूला
राष्ट्रीय जनता दल ने 58 प्लस 1 का फॉर्मूला देकर जैसे कांग्रेस की दुखती रंग पर हाथ रख दिया है. 58 विधानसभा सीट और एक वाल्मीकिनगर (लोक सभा सीट पर उपचुनाव होना है). लेकिन राजद ने कहा कि अगर इतना लड़ना है तो ठीक नहीं तो, वे दोनों के रास्ते खुले हैं.
आर-पार की लड़ाई
राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने बार-बार यह कहा है कि वे किसी के पास नहीं जाने वाले. जो फार्मूला कांग्रेस के लिए उन्होंने तय कर दिया है, वह काफी है. उन्होंने कहा कि अब जिसे साथ रहना है रहे और जो जाना चाहता है उसके लिए सभी 243 सीटें उपलब्ध हैं.
माले ने दिखाया तेवर
वहीं कांग्रेस की ओर से भी राजद के फार्मूले पर नाराजगी जताते हुए यह कह दिया गया है कि यह फार्मूला उन्हें मंजूर नहीं है. बात सिर्फ राजद और कांग्रेस की नहीं है बल्कि महागठबंधन के एक और साथी माले ने भी तेवर दिखा दिए थे. हालांकि गुरुवार को स्थितियां कुछ अलग नजर आई. एक ओर कांग्रेस ने अपने सभी नेताओं से चर्चा जारी रखी. वहीं राजद में भी लगातार चर्चा चलती रही और यह कहा गया कि महागठबंधन पूरी तरह एक है और अगले 48 घंटे में स्थितियां स्पष्ट हो जाएंगी.
महागठबंधन में कयासों का बाजार गर्म
कांग्रेस की राजद से बात नहीं बन पाने की स्थिति में दूसरा विकल्प पर भी काम कर रही है. इधर राजद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लोजपा को लेकर भी महागठबंधन में कयासों का बाजार गर्म है. हालांकि दोनों दलों के नेता अब यह कह रहे हैं कि मामला सुलझ जाएगा. कांग्रेस और राजद के बीच सहमति बन जाएगी और बहुत जल्द सीट शेयरिंग की घोषणा भी हो जाएगी.